Pahalgam Attack: सिंधु समझौते को निलंबित करने पर बिलावल ने दी भारत को धमकी, कहा- 'सिंधु दरिया में या तो पानी बहेगा या उनका खून'

सिंधु समझौते को निलंबित करने पर बिलावल ने दी भारत को धमकी, कहा- सिंधु दरिया में या तो पानी बहेगा या उनका खून
  • पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने उठाए सख्त कदम
  • सिंधु जल समझौते को किया रद्द
  • बिलावल भुट्टो ने दी भारत को धमकी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में दिल दहला देने वाला अटैक हुआ है। आतंकवादियों के टेरर अटैक में करीब 28 लोगों की जान गई है और करीब 20 लोगों से भी ज्यादा लोग घायल हुए थे। इसी बीच भारत की तरफ से पाकिस्तान के खिलाफ 5 सख्त अहम फैसले लिए गए थे। उसमें एक फैसला सिंधु जल समझौते को रद्द करने का था। इसको लेकर ही पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के प्रमुख बिलावल भुट्टो ने विवादित टिप्पणी दी है।

क्या कहा बिलावल भुट्टो ने?

एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए बिलावल भुट्टो ने सिंधु जल संधि को लेकर भारत पर निशाना साधा है। विवादित बयान देते हुए बिलावल ने भारत को धमकी दी है। उन्होंने कहा है कि, 'मैं सिंधु नदी के किनारे खड़ा हुआ हूं और भारत को बताना चाहूंगा कि सिंधु हमारी है और ये हमारी ही रहेगी। या तो हमारा पानी इस नदी से बहेगा या फिर उनका खून इसमें बहेगा।' इस विवादित बयान को भारत के खिलाफ धमकी के तौर पर देखा जा रहा है।

भारत ने सिंधु जल समझौता किया निलंबित

भारत ने साल 1960 में विश्व बैंक की मध्यस्थता से बनी सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty – IWT) को लेकर फिर से विचार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ये संधि भारत और पाकिस्तान के बीच पानी के बंटवारे को लेकर एख ऐतिहासिक समझौता रही है। जिसको दो युद्धों के समय भी भी ज्यो के त्यो बनाए रखा, लेकिन लगातार आतंकी हमलों और पाकिस्तान की असहयोगी भूमिका के चलते इसको भारत ने स्थगित करने का फैसला ले लिया है।

'पाकिस्तान के लोग बहादुर हैं' - बिलावल भुट्टो

पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो की तरफ से दावा किया गया है कि भारत ने सिंधु पर हमला किया है। भुट्टो ने आगे कहा कि, भारत की आबादी हमसे ज्यादा हो सकती है, लेकिन पाकिस्तान के लोग बहादुर हैं। हम सीमाओं के साथ-साथ पाकिस्तान के अंदर भी लड़ेंगे। हमारी आवाज भारत को करारा जवाब देगी। इस बयान से यह स्पष्ट है कि पाकिस्तान की सियासी नेतृत्व आतंकवाद की निंदा करने की जगह आक्रामक राष्ट्रवाद को हवा दे रहा है, जिससे कूटनीतिक वार्ता की संभावनाएं और कम होती नजर आ रही हैं।

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Created On :   26 April 2025 1:26 PM IST

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