पाकिस्तान में बाढ़ ने खूब बरपाया कहर, ताश के पत्तों की तरह ढहे मकान, 1 हजार लोगों की मौत, पाक पीएम ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से लगाई मदद की गुहार
- पाकिस्तान में बारिश औसत से 2.87 गुना अधिक बताई जा रही है
डिजिटल डेस्क, इस्लामाबाद। पाकिस्तान में इन दिनों मौसम ने करवट ले ली है। भारी बारिश के कारण कई जिले जलमग्न हो चुके हैं। बाढ़ के कारण लोगों के घरों में पानी भर गया। जिन्हें सुरक्षित स्थान पर भेजा जा रहा है। आसमानी मौसम पाकिस्तान में कहर बनकर टूट पड़ा है, बाढ़ की चपेट में आने से 1 हजार लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग बाढ़ में बह जाने के कारण लापता बताए जा रहे हैं।
एक अनुमान के मुताबिक, इस बार पाकिस्तान में बारिश औसत से 2.87 गुना अधिक बताई जा रही है। जिसकी वजह से कई घर भी इसकी चपेट में आकर ताश के पत्ते की तरह ढह गए हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बाढ़ की आफl से निपटने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से मदद की गुहार लगाई है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो
पाकिस्तान में बाढ़ ने खूब तबाही मचाई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक मकान के चारों तरफ लबालब पानी भर हुआ है और देखते ही देखते ताश के पत्तो की तरह मकान ढह गया। जिसका वीडियो किसी ने कैमरे में कैद कर लिया और वायरल कर दिया है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि बाढ़ का पानी पूरी उफान पर है। चारों तरफ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है।
— Alec Luhn (@ASLuhn) August 27, 2022
पाकिस्तान में आपातकाल की स्थिति
पाकिस्तान जहां आर्थिक समस्या से जूझ रहा है तो वहीं प्राकृतिक आपदा कहर बनकर टूट पड़ी है। पाकिस्तान सरकार इन दिनों दोहरी समस्याओं से जूझ रही है। बाढ़ जैसी गंभीर आपदा से निपटने के लिए गरीब इस्लामिक देश पाक ने अंतर्राष्ट्रीय देशों से मदद के लिए हाथ फैलाया है। मानसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है, भारी बारिश जारी है और पानी का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। अभी तक 1 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बाढ़ की चपेट में आने से 1,456 चोटिल हुए हैं। पाकिस्तान में इन दिनों बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। हालांकि, भीषण बारिश ने पाकिस्तान सरकार पर आपातकाल लागू करने का दबाव बढ़ा दिया है। चारसद्दा की एक शीर्ष प्रशासक सानिया सफी के मुताबिक,उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में, बाढ़ ने स्वात नदी में एक प्रमुख जल नियंत्रण प्रणाली के द्वार को नष्ट कर दिया, जिससे चारसद्दा और नौशेरा जिलों में बाढ़ आ गई।
बचाव कार्य जारी
सफी ने कहा कि हमारे प्रशासन ने कई लोगों को निकाला है और अन्य लोगों को राहत शिविरों में ले जाया गया है जहां सरकार ने सुरक्षित इमारतों में बिस्तर और भोजन उपलब्ध कराया है। हम पुलिस का इस्तेमाल उन लोगों को उनके घर छोड़ने के लिए मजबूर करने के लिए करेंगे।
Created On :   27 Aug 2022 4:36 PM IST