रूस-यूक्रेन युद्ध में आया नया 'ट्विस्ट', चीन के अलीबाबा ड्रोन को यूक्रेनी सैनिकों ने किया ढेर
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- यूक्रेनी सैनिक ने मीडिया को दी जानकारी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध में नया मोड़ देखने को मिला है। खबर है कि यूक्रेन के हवाई क्षेत्रों में चीनी ड्रोन ने दस्तक दे दी है। रविवार को यूक्रेनी सैनिकों ने बम से लदे एक ड्रोन को मार गिराया। जानकार इस घटना को युद्ध के बदलते पैटर्न के रुप में देख रहे हैं। हालांकि यह पहला ऐसा मौका नहीं है, जब यूक्रेन के हवाई क्षेत्रों में ड्रोन को देखा गया हो। पिछले साल युद्ध के शुरूआती माह यानी फरवरी से ही दोनों देश ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
गौरतलब है कि, रविवार को यूक्रेन के सैनिकों ने चीन में बने mugin-5 ड्रोन को एके-47 की मदद से ढेर कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शियामेन की कंपनी म्युजिन लिमिटेड ने भी इस बात की पुष्टि की है कि यूक्रेन में तबाह हुए ड्रोन उनका है। साथ ही उन्होंने इस घटना को दुर्भागपूर्ण बताया है।
यूक्रेनी सैनिक ने दी जानकारी
शनिवार देर रात यूक्रेन की सेना के 111वीं ब्रिगेड के लड़ाकों ने एक ड्रोन की आवाज सुनी और लगभग 2 बजे रात में उसे मार गिराया। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 'उन्हें 35 वर्षीय सैनिक मकसिम ने यह बताया कि एक UAV (मानवरहित हवाई वाहन) देर रात बहुत नीचे उड़ रहा था। वह इतना नीचे था कि उसे हाथों से नीचे लाया जा सकता था।' बता दें कि अभी तक रूसी अधिकारियों की ओर से इस घटना को लेकर किसी तरह का बयान सामने नहीं आया है।
यूक्रेन के अधिकारियों ने जनवरी माह में भी पूर्वी यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले लुहांस्क क्षेत्र में mugin-5 ड्रोन को तबाह करने का दावा किया था। उन्होंने इस बात की जानकारी टेलीग्राम पोस्ट के जरिए दी थी कि यूक्रेनी फोर्स ने लुहांस्क क्षेत्र में मुगिन-5 को मार गिराया है।
ड्रोन में मौजूद था 20 किलोग्राम विस्फोटक
तबाह हुए ड्रोन में 20 किलोग्राम का (dumb bomb) बम भी शामिल था। बाद में यूक्रेनी जवानों ने इस विस्फोटक पदार्थ को भी नष्ट कर दिया। जानकारी के मुताबिक, इस ड्रोन को अलीबाबा ड्रोन के नाम से भी जाना जाता है। इसके पीछे की बड़ी वजह इनका चीन के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अलीबाबा और ताओबाओ पर 15 हजार डॉलर में मिलना बताया जा रहा है।
गनीमत रही कि ड्रोन में कैमरा फिट नहीं था। वरना ड्रोन में लदे बम के जरिए टारगेटड क्षेत्र में बड़ी घटना को अंजाम दिया जा सकता था। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि इसका इस्तेमाल निगरानी के लिए किया जा रहा था। ब्रिटेन के पूर्व सैनिक अधिकारी क्रिस लिंकन जोन्स ने बताया,' जिस ड्रोन को यूक्रेनी सैनिकों ने मार गिराया है, अगर उसमें एक उन्नत तकनीक का कैमरा लगा होता तो यह काफी घातक हो सकता था।'
Created On :   17 March 2023 3:34 PM IST