चीन में 50 करोड़ से अधिक लोगों को मिली मोबाइल विज्ञान लोकप्रियकरण परियोजना सेवा

चीन में 50 करोड़ से अधिक लोगों को मिली मोबाइल विज्ञान लोकप्रियकरण परियोजना सेवा
news from CMG (June 02).
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। चीन का भूभाग बहुत विशाल है, कई दूरस्थ स्थलों के लिए वैज्ञानिक शिक्षा संसाधन फिर भी दुर्लभ सामान हैं। विज्ञान की लोकप्रियता के शहरी व ग्रामीण, और क्षेत्रीय असंतुलित विकास तथा बुनियादी स्तर की विज्ञान लोकप्रियकरण सुविधाओं की कमी जैसी समस्याओं को हल करने के लिए चीनी विज्ञान और प्रौद्योगिकी संघ ने साल 2000 में वैज्ञानिक लोकप्रियता वाहन और साल 2011 में मोबाइल विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालय वाली विज्ञान लोकप्रियकरण परियोजना सेवा शुरू की, जिसके तहत विज्ञान की लोकप्रियता वाली प्रदर्शनियों और कक्षाओं को दूरस्थ क्षेत्रों तथा अविकसित इलाकों में स्कूलों, समुदायों, कारखानों और गांवों में ले जाया जाता है।

वैज्ञानिक लोकप्रियता के उद्देश्य वाले 1746 वाहनों ने कई सालों से देश भर में 5 करोड़ किलोमीटर की यात्रा कर ग्रामीण क्षेत्रों में वैज्ञानिक लोकप्रियता सेवाएं दीं। मोबाइल विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालय ने 5,686 स्टेशनों का दौरा किया, देश भर के 29 प्रांतों में 1,888 काउंटी-स्तरीय प्रशासनिक क्षेत्रों में उच्च गुणवत्ता वाले विज्ञान और शिक्षा संसाधनों को वितरित किया।

आंकड़ों के मुताबिक, अब तक, मोबाइल विज्ञान और प्रौद्योगिकी संग्रहालयों और वैज्ञानिक लोकप्रियता वाहनों ने 50 करोड़ लोगों को सेवाएं दीं। वैज्ञानिक लोकप्रियता सेवा लगातार ग्रामीण और बुनियादी स्तरीय इलाकों में प्रसारित हो रही है, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में वैज्ञानिक, सांस्कृतिक और शैक्षिक संसाधनों की आपूर्ति हो रही है और ग्रामीण पुनरोद्धार में मदद मिल रही है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

(आईएएनएस)

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   3 Jun 2023 12:09 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story