ड्रैगन का जासूसी जहाज: मालदीव में ठहरेगा चीन का जहाज, भारतीय नौसेना रखेगी नजर
- चीन का जासूसी जहाज शियांग यांग होंग 3
- मालदीव के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक ज़ोन में रुकेगा
- अनुसंधान से जुड़ी गतिविधि संचालन का डर
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना ‘शियांग यांग होंग 3’ पर कड़ी नजर रखेगा। हिंदुस्तान टाइम्स ने इसके पीछे की वजह बतायी ताकि कोई भी चीनी जहाज मालदीव के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक ज़ोन में अनुसंधान से जुड़ी कोई गतिविधि का संचालन नहीं कर सके। इस पर सफाई देते हुए मालदीव के विदेश मंत्रालय ने इसे लेकर कहा कि चीन का पोत ‘शियांग यांग होंग 3’ मालदीव के जलक्षेत्र में रहते हुए कोई अनुसंधान कार्य नहीं करेगा। मंगलवार 23 जनवरी को मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीन की सरकार ने ‘पोर्ट कॉल’ के लिए आवश्यक मंजूरी के वास्ते राजनयिक अनुरोध किया था। ‘पोर्ट कॉल’ का मतलब होता है- यात्रा के क्रम में किसी जहाज का बंदरगाह पर कुछ देर ठहरना।
मालदीव सरकार की अनुमति मिलने के बाद चीन का जहाज ईंधन भरने के लिए मालदीव के एक बंदरगाह का इस्तेमाल करेगा और वहां ठहरेगा। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को दिए अपने बयान में साफ कहा कि इस तरह के पोर्ट कॉल न केवल मालदीव और उसके साझेदार देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों का विस्तार करते हैं, बल्कि मित्रवत राष्ट्रों से आने वाले जहाजों का मालदीव के लोगों के स्वागत करने की सदियों पुरानी परंपरा को भी व्यक्त करता हैं।
भारत की सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने इस मामले में लिखा है कि भारतीय रक्षा प्रतिष्ठान के सूत्रों के हवाले से बताया कि भारत जहाज की आवाजाही पर कड़ी नजर रख रहा है। भारत और मालदीव के बीच खराब होते संबंधों और तनाव के बीच चीनी जहाज को अनुमति दी गई है।
आपको बता दें साल के शुरुआती महीने में मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने सत्ता में आने और पदभार संभालने के बाद अपनी पहली विदेश यात्रा के तहत चीन की यात्रा की थी। जबकि ऐतिहासिक तौर पर अभी तक मालदीव का राष्ट्रपति अपनी पहली यात्रा में भारत का दौरा करते है। मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू ने इसे तोड़ा।
Created On :   24 Jan 2024 2:22 PM GMT