FDI पर चिंता: शहबाज सरकार को कर्ज देने से चीन ने हाथ किया पीछे, विदेशी निवेश को लेकर चिंतित हुआ पाकिस्तान

शहबाज सरकार को कर्ज देने से चीन ने हाथ किया पीछे, विदेशी निवेश को लेकर चिंतित हुआ पाकिस्तान
  • विदेशी निवेश को लेकर चिंतित हुआ पाकिस्तान
  • शहबाज सरकार को कर्ज देने से चीन ने अपना हाथ किया पीछे
  • FDI पर हुआ पाकिस्तान को चिंता

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान में आम चुनाव खत्म होने के बाद नई सरकार बने चार महीने बीत चुके हैं। लेकिन देश की आर्थिक स्थिति जस की तस बनी हुई है। पाकिस्तान ने आईएमएफ से भारी भरकम कर्ज लिया है। जिसके चलते शहबाज सरकार एक निश्चित सीमा में ही अपने देश में एफडीआई ला सकते हैं। पाकिस्तान में पॉवर सेक्टर में चीन से बड़ी उम्मीद लगाए बैठा है। हाल ही में चीन भी पाकिस्तान में लगातार अपने दल को भेजने की कोशिश कर रहा ता। लेकिन चीन की तरफ से इस मामले में अभी तक कोई हरी झंडी नहीं मिली है। बता दें कि, चीन से भी पाकिस्तान ने काफी ज्यादा कर्जा लिया है।

पाकिस्तान-चीन की मुलाकात

पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना के एक बयान के मुताबिक, पाकिस्तान के वित्तमंत्री मुहम्मद औरंगजेब को शुक्रवार के दिन केंद्रीय बैंक के गवर्नर पैन गोंगशेंग से मुलाकात की। पाकिस्तान ने इस दौरान चीन से आर्थिक सहयोग को लेकर चर्चा की। इधर, शहबाज सरकार के वित्त मंत्री की चिंता यह है कि अगर उनके देश में विदेशी निवेश नहीं आया तो आर्थिक संकट और बढ़ सकता है।

आर्थिक स्थिति पर सुधार की कोशिश

चीन ने पाकिस्तान के बिजली सेक्टर में काफी निवेश किया है। पाकिस्तान-चीन आर्थिक हालातों को ठीक तरीके से जानने वाले एक बैंकर का मानना है कि बिजली सेक्टर में किए निवेश को चीन फिर से रोल ओवर नहीं करना चाहता है। हालांकि, चीन पाकिस्तान की मांग को पूरी तरह से खारिज भी नहीं करना चाहता है। हालांकि, पाकिस्तान भी अपनी मन मर्जी के मुताबिक चीन से आर्थिक मदद नहीं ले सकता है।

चीन वर्षों से ही पाकिस्तान का बड़ा निवेशक रहा है। चीन ने हांगकांग के जरिए भी पाकिस्तान में बड़ा निवेश किया है। हालांकि, चीन पहले के मुकाबले पाकिस्तान में कम निवेश कर रहा है। लेकिन अभी भी चीन पाकिस्तान का सबसे बड़ा निवेशक बना हुआ है। साल 2018 में चीन ने पाकिस्तान को 2 बिलियन डॉलर का लोन दिया था। यह लोन अभी तक चीन की ओर से रोल ओवर किया जा रहा है।

Created On :   27 July 2024 6:18 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story