अमेरिका: भारत में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बदलाव लाने की अपार क्षमता- कर्टिस

भारत में हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बदलाव लाने की अपार क्षमता- कर्टिस
  • ट्रंप प्रशासन अमेरिका और भारत के संबंधों काफी तवज्जो दे रहा है
  • चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के मामले में भारत एक अहम साझेदार
  • पीएम मोदी की द्विपक्षीय वार्ता से पहले यूएस में पीसी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। अमेरिका और भारत के संबंधों को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का प्रशासन काफी तवज्जो दे रहा है। ट्रंप और उनके प्रशासन का मानना है कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बदलाव लाने की क्षमता भारत में है। यहीं नहीं अमेरिका का मानना है कि चीन के साथ प्रतिस्पर्धा करने के मामले में भारत एक अहम साझेदार है।

सरकारी समाचार एजेंसी पीटीआई भाषा से मिली जानकारी के अनुसार व्हाइट हाउस की एक पूर्व अधिकारी लिसा कर्टिस ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास और कार्यालय व्हाइट हाउस में होने वाली द्विपक्षीय वार्ता से पहले यह टिप्पणी की। नये ट्रंप प्रशासन के तहत घरेलू स्तर पर होने वाली हर चीज में भारत पर इतना ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा निश्चित रूप से, भारत सरकार ने भी गुरुवार की बैठक के लिए एक अच्छा माहौल बनाने को लेकर सकारात्मक कदम उठाए हैं।

आपको बता दें ट्रंप के पहले कार्यकाल में कर्टिस 2017 से 2021 के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में दक्षिण एवं मध्य एशिया की वरिष्ठ निदेशक थीं। बीते दिन मंगलवार को आयोजित एक ऑनलाइन प्रेस वार्ता में कर्टिस ने कहा स्पष्ट रूप से, ट्रंप प्रशासन भारत के साथ संबंधों को प्राथमिकता दे रहा है। पीएम मोदी की अमेरिकी यात्रा की पूर्व संध्या पर वाशिंगटन डीसी में स्थित थिंक टैंक ‘द सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी’ (सीएनएएस) की ओर से पीसी आयोजित की थी।

भाषा ने लिखा है कि थिंक टैंक में वरिष्ठ फेलो और हिंद-प्रशांत सुरक्षा कार्यक्रम की निदेशक कर्टिस ने भारत को उभरती हुई एक वैश्विक शक्ति बताया है और वास्तव में इसमें हिंद-प्रशांत क्षेत्र और विश्व में बदलाव लाने की शक्ति है।

Created On :   12 Feb 2025 12:05 PM IST

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