ईरान-इजरायल तनाव: इजरायल पर बड़े हमले की आशंका, मदद के लिए अमेरिका से अत्याधुनिक युद्ध पोत रवाना, ये हैं खासियतें

इजरायल पर बड़े हमले की आशंका, मदद के लिए अमेरिका से अत्याधुनिक युद्ध पोत रवाना, ये हैं खासियतें
  • अमेरिका भेज रहा है जंगी जहाज
  • कैसे हैं एयरक्राफ्ट कैरियर?
  • इसमें से कितने जंगी जहाज होते हैं?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज यानी 12 अगस्त 2024 को येरूसलम में यहूदी मंदिर के टूटने की सालगिरह है। इसे हीब्रू में Tisha B'Av कहते हैं। वहीं अमेरिका को आशंका है कि इस दिन रात होने के बाद ईरान अपनी पूरी दम से इजरायल पर हमला करेगा। ऐसे में जल्दी ही हमला होने की आशंका है। जिसके चलते अपने दोस्त की मदद करने के लिए अमेरिका ने यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और गाइडेड मिसाइल न्यूक्लियर सबमरीन यूएसएस जॉर्जिया को भूमध्यसागर की तरफ रवाना कर दिया है। साथ ही अमेरिका डिफेंस सेक्रेटरी जनरल लॉयड ऑस्टिन ने एयरक्राफ्ट कैरियर अब्राहम लिंकन, तीसरे कैरियर स्ट्राइक ग्रुप गुआम से भूमध्यसागर की तरफ तेजी से रवाना होने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने ओहायो क्लास गाइडेड मिसाइल सबमरीन यूएएस जॉर्जिया को भूमध्यसागर की तरफ भेजा है। बता दें कि इस पंडुब्बी में 150 से ज्यादा टोमाहॉक लैंड अटैक क्रूज मिसाइल लगी हुई है। जो अब अमेरिकी सेंट्रल कमांड के अंदर काम करेंगी।

बता दें कि इस पूरे काम का मकसद ये ही है कि अमेरिका किसी भी तरीके से ईरान, इराक, जॉर्डन, सऊदी अरब, लेबनान, यमन और ईरान के अन्य समर्थक देशों की ओर से चलाई गई गोलियों को इंटरसेप्ट कर सके। साथ ही जरूरत पड़ने पर पलटवार कर सकें या स्ट्राइक कर सकें।

कैसे हैं एयरक्राफ्ट कैरियर अब्राहम लिंकन, तीसरा कैरियर स्ट्राइक ग्रुप और जॉर्जिया पन्डुब्बी?

बता दें यूएसएस अब्राहम लिंकन एयरक्राफ्ट कैरियर 11 नवंबर 1989 से अमेरिका की नौसेना में काम कर रहा है। सैन डिएगा के नॉर्थ आइलैंड के नौसैनिक एयर स्टेशन पर तैनाती भी रहती है। साथ ही इसको अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति का नाम दिया गया था। यह तीसरे कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का प्रमुख युद्धपोत है। जिसका डिस्प्लेसमेंट 1.04 लाख टन है। 1092 फीट लंबे जहाज की बीम 252 फीट है। साथ ही इसमें दो परमाणु रिएक्टर्स, 4 स्टीम इंजन और 4 शाफ्ट लगे हैं। इसकी अधिकतम स्पीड 56 किमी/घंटा है। रेंज भी असीमित है। बता दें यह लगातार 20 से 25 साल पानी के अंदर रह सकता है। इस जहाज पर 3200 नौसैनिक और 2480 वायु सैनिक रह सकते हैं। ये जरूरत के हिसाब से भी कम ज्यादा होता रहता है।

इसमें 14 तरह के राडार और सेंसर्स लगे हैं जो निगरानी, जासूसी, खोजबीन, हमले से बचाने, दुश्मन की लोकेशन की जानकारी देते हैं। इसमें 2 सी-स्पैरो एंटी-शिप, एंटी-एयरक्राफ्ट और एंटी-मिसाइल वेपन सिस्टम भी लगा है। इसमें 2 फैलैंक्स सीआईडब्ल्यूएस गन सिस्टम भी लगा है। जिससे दुश्मनों के हेलिकॉप्टर, विमान, मिसाइल, बोट, फाइटर जेट्स को ढूंढ कर उनपर ऑटोमौटिकली हमला करता है।

कैरियर स्ट्राइक ग्रुप वो होता है जिसमें प्रमुख युद्धपोत एक एयरक्राफ्ट कैरियर होता है। इसका प्रमुख जंगी जहाज यूएसएस अब्राहम लिंकन है। साथ ही ये अमेरिकी नौसेना का तीसरा फ्लीट है जो साल 2004 से अब तक चल रहा है। इसका मकसद एयरक्राफ्ट कैरियर की सुरक्षा और समंदर के रास्ते किसी भी दुश्मन को पकड़कर मारना होता है।

बात करें यूएसएस जॉर्जिया गाइडेड मिसाइल सबमरीन की तो अमेरिका की ओहायो क्लास पनडुब्बी, जिसे किसी राज्य का नाम दिया गया है। ऐसी ये दूसरी सबमरीन है जो 11 फरवरी 1984 से अमेरिका की नौसेना में काम कर रही है। साथ ही इसका डिस्प्लेसमेंट 19,050 टन है। इस पनडुब्बी की लंबाई 560 फीट है जिसका बीम 42 फीट है। ड्राफ्ट 38 फीट का है। साथ ही इसमें एक न्यूक्लियर रिएक्टर इंजन लगा है।

इसमें से कितने जंगी जहाज होते हैं?

इसमें पांच गाइडेड मिसाइल क्रूजर हैं, मतलब ऐसे छोटे जंगी जहाज जो तेज स्पीड से आगे बढ़कर मिसाइलों की बरसात कर सकते हैं। जिसमें यूएसएस शिलोह, यूएसएस प्रिंसटन, यूएसएस टेक्सास, यूएसएस कैलिफोर्निया और यूएसएस स्टेरेट. इसके अलावा इसमें डेस्ट्रॉयर स्क्वॉड्रन 21 शामिल हैं। इसमें से छह विध्वंसक जंगी जहाज हैं। जिसमें यूएसएस फिट्जगेराल्ड, यूएसएस जॉन पॉल जोन्स, यूएसएस इंगरसोल, यूएसएस जॉन यंग, यूएसएस इंग्राहम और यूएसएस गैरी शामिल हैं। इन सभी में सैकड़ों मिसाइलें शामिल हैं।

Created On :   12 Aug 2024 6:33 PM IST

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