फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी का अधिकार गैर-पारंपरिक देशों को मिलना चाहिए
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पूर्व लिवरपूल और एटलेटिको मैड्रिड के लुइस गार्सिया ने कहा है कि फीफा को गैर-पारंपरिक देशों को विश्व कप की मेजबानी का अधिकार देना चाहिए, क्योंकि यह फुटबॉल की लोकप्रियता बढ़ाने और अगली पीढ़ी को प्रेरित करने का एक तरीका होगा।
पूर्व स्पेनिश फुटबॉलर ने कहा कि कतर में 2022 विश्व कप के आयोजन से समान प्रभाव पड़ेगा।गार्सिया ने कहा, कतर में होने वाले से विश्व कप क्षेत्र के युवाओं को प्रेरित करेगा। बेशक, वे टीवी पर मैच देख सकते हैं और प्रेरित हो सकते हैं।
लेकिन जब आप मैचों को लाइव देखते हैं, तो माहौल कुछ और होता। उस समय खिलाड़ियों को लाइव देख सकते हैं। यहां तक कि उनसे ऑटोग्राफ भी लेते हैं, यह अलग बात है। उन्होंने कहा, आप टीवी पर कितने भी मैच देख सकते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विश्व कप को लाइव देखने के बाद प्रेरणा मिलती। इसलिए इस क्षेत्र में खेल के विकास में अधिक मदद मिलेगा।
पूर्व में कतर की यात्रा कर चुकी गार्सिया ने कहा कि एडवांस्ड कूलिंग टेक एक क्रांतिकारी विचार है जो खिलाड़ियों के लिए गेम चेंजर साबित होगा। उन्होंने कहा, हां, बिल्कुल। अगर खिलाड़ियों को मैदान पर प्रदर्शन करना है, तो ऐसा करने के लिए उनके लिए सबसे अच्छी परिस्थितियां होनी चाहिए। कतर में ऐसा करने का एकमात्र तरीका तापमान को नीचे लाना है।
गार्सिया ने कूलिंग टेक का अनुभव किया है जब वह कतर में वर्तमान बार्सिलोना बॉस जावी हर्नांडेज से जुड़े मैच देखने के लिए गए थे, जो उस समय अल साद के प्रभारी थे। गार्सिया ने खुलासा किया कि विश्व कप स्टेडियमों के अंदर तापमान कई बार बेहद कम हो जाता था। उन्होंने आगे कहा, मैं कतर में था जब जावी अल साद एससी के प्रबंधक थे।
मैं विश्व कप स्टेडियमों में मैच देख रहा था और आप देख सकते थे कि स्टेडियमों के अंदर कभी-कभी ठंड भी होती थी। जब शीतलन प्रणाली पूरी तरह से काम कर रही होती है, तो तापमान इतना गिर जाता है। यह खिलाड़ियों के लिए महत्वपूर्ण है।
कतर विश्व कप 21 नवंबर को शुरू होगा और फाइनल 18 दिसंबर को होगा। विश्व कप मैचों की मेजबानी आठ स्थानों पर होगी और दिलचस्प बात यह है कि उनमें से अधिकांश में एडवांस कूलिंग टेक है जो तापमान को कम और आरामदायक रखेगा।
आईएएनएस
Created On :   29 March 2022 5:00 PM IST