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क्या श्रीनगर में 31 साल बाद मनाया गया गणेश उत्सव? जानें इस वायरल वीडियो का सच
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डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देशभर में इन दिनों गणेश उत्सव धूमधाम से मनाया जा रहा है। इसी बीच सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। यह वीडियो श्रीनगर का है, जिसको लेकर दावा किया जा रहा है कि यहां के गणपतयार मंदिर में 31 साल बाद गणेश चतुर्थी मनाई गई। वीडियो में कई सारे लोग देवी-देवताओं की पूजा करते नजर आ रहें है।
वीडियो के अनुसार, कश्मीरी हिंदुओं ने श्रीनगर के गणपतयार मंदिर में इतने सालों बाद मनाई जा रही गणेश चतुर्थी से कहीं न कहीं तात्पर्य 1990 से है। 1990 में बड़ी संख्या में कश्मीरी हिंदुओं को घाटी से पलायन करना पड़ा था।क्या है इस वीडियो का सच, आइए जानते हैं...
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कैप्शन में लिखा
वायरल वीडियो के कैप्शन में लिखा है- 31 साल बाद कश्मीरी हिंदुओं ने श्रीनगर के गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी मनाई। एक हवन भी किया गया, कश्मीर में फिर से घंटियों और मंत्रो की आवाज़ गूंजने लगी। यह सब मोदी ने किया है, अगर कोई आपसे पूछे कि मोदी ने क्या किया है, तो उन्हें यह बदलाव दिखाओ। सनातन फिर से ऋषि कश्यप की पवित्र भूमि यानी कश्मीर में उठ रहा है।
कश्मीरी हिंदुओं ने 31 साल बाद श्रीनगर के गणपतियार मंदिर में गणेश चतुर्थी मनाई। एक हवन भी किया गया, कश्मीर में घंटियों और मंत्रों की आवाज फिर से गूंजने लगी है। जब कोई आपसे पूछे कि मोदी ने क्या किया है, तो उन्हें यह दिखाओ। सनातन फिर से ऋषि कश्यप की पवित्र भूमि में उठ रहा है। pic.twitter.com/bgyQRxhg7M
— क्षत्रिय विशाल रुहेला प्रशासक_समिति (@VishalRuhelaIND) September 15, 2021
क्या है सच्चाई ?
इस मामले की सच्चाई वायरल हो रही वीडियो से काफी अलग है। श्रीनगर के गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी कई सालों से मनाई जा रही है। इस बार अधिक श्रद्धालु और हवन होने से ज्यादा रौनक देखने को मिली। कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति के अध्यक्ष संजय टिक्कू ने बताया कि 31 साल बाद श्रीनगर के गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी मनाने का दावा सरासर गलत है। उस मंदिर में पहले भी कई बार गणेश चतुर्थी और विनायक चतुर्थी मनाई गई है। टिक्कू के अनुसार, 1990 से 2021 के बीच लगभग 3 बार गणेश चतुर्थी नहीं मनाई गई है। बाकी हर वर्ष यहां गणेश चतुर्थी मनाई जाती है।
2009 की गणेश चतुर्थी की तस्वीरें कश्मीरी पंडित संघर्ष समिति की वेबसाइट पर मौजूद है। 20 सितंबर 2012 की "द ट्रिब्यून" की एक खबर में भी गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी की ख़बर मिली। 2016 में भी गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी मनाए जाने की वीडियो मिली। साथ ही 2018 में फे़सबुक यूज़र ने उस मंदिर में गणेश चतुर्थी मनाए जाने की तस्वीरें भी साझा की थी।
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निष्कर्ष के तौर पर अगर देखा जाए तो यह ख़बर सच नहीं है कि गणपतयार मंदिर में गणेश चतुर्थी 31 वर्ष बाद पहली बार मनाई गई हो। यह कहा जा सकता है कि वहां गणेश चतुर्थी पहले की तुलना में अधिक धूम-धाम से, अधिक श्रद्धालुओं कि उपस्थिती में मनाई गई।
Created On :   17 Sept 2021 5:55 PM IST