नीलकमल ने डस्टबिन पर छापे पाकिस्तान मुर्दाबाद के स्टिकर, जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई

Nilkamal prints stickers of Pakistan Murdabad on dustbin, know the truth of the viral post
नीलकमल ने डस्टबिन पर छापे पाकिस्तान मुर्दाबाद के स्टिकर, जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई
Fake News नीलकमल ने डस्टबिन पर छापे पाकिस्तान मुर्दाबाद के स्टिकर, जानें वायरल पोस्ट की सच्चाई

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। नीलकमल ब्रैन्ड की एक डस्टबिन की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, डस्टबिन के ऊपर एक स्टिकर लगा हुआ है जिस पर “पाकिस्तान मुर्दाबाद” लिखा है। जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि नीलकमल फर्नीचर कंपनी ने अपने डस्टबिन पर पाकिस्तान विरोधी स्टिकर चिपका कर अपनी देशभक्ति का प्रदर्शन किया है। 

तस्वीर को सोशल मीडिया पर कई यूजर द्वारा शेयर किया गया है, ट्वीटर पर @ShipraDUTTA16 नाम की एक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा “नीलकमल प्लास्टिक वाले ने तो दिल खुश कर दिया” इसे भाड़ी मात्रा में लोगों द्वारा शेयर भी किया जा रहा है, इसी दावे के साथ इसे कंगना रनौत के फ़ैन पेज ने भी शेयर किया है।

सिद्धार्थ शुक्ला का आखिरी वीडियो, कहा आप सभी को प्यार, जानें इसकी सच्चाई

क्या सच में कंपनी ने चिपकाया है स्टिकर?
वीडियो को गूगल पर सर्च करने के बाद हमें कुछ मिडिया रिपोर्ट्स देखने को मिली। जिसमें किए जा रहे दावे से अलग बात बताई जा रही है। 22 फरवरी 2019 को एक न्यूज पेपर ने एक आर्टिकल छापा था जिसमें बताया गया है कि यह तस्वीर उदयपुर स्थित सिटी रेलवे स्टेशन की है। जहां पुलवामा अटैक के बाद कुछ अज्ञात लोगों द्वारा वहां मौजूद 10-12 डस्टबिन पर पाकिस्तान विरोधी स्टिकर चिपका दिए गए थे, इन पर “पाकिस्तान मुर्दाबाद” लिखा है।

स्थानीय पत्रकारों की सूचना पर उदयपुर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने इन डस्टबिनस पर लगे "पाकिस्तान मुर्दाबाद" स्टिकर को हटा दिया था। उदयपुर रेलवे स्टेशन के अधिकारियों द्वारा उन स्थानीय लोगों की पहचान नहीं हो पाई, जिन्होंने इन स्टिकर को डस्टबिन पर चिपकाया था। उदयपुर टाइम्स समाचार वेबसाइट ने भी 22 फरवरी 2019 को एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें यही दावा किया गया था।

क्या सच में तालिबान ने हेलीकॉप्टर से लटका कर इस इंसान को फांसी दी?

इन रिपोर्ट्स से यह बात साफ हो जाती है कि नीलकमल फर्नीचर कंपनी ने ऐसा कोई भी स्टिकर अपने डस्टबिन पर नहीं चिपकाया है, इस एक साल पुरानी तस्वीर को सोशल मीडिया पर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। 

Created On :   4 Sep 2021 12:42 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story