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फैक्ट चेक: फर्रुखाबाद में कथा के वक्त पंडाल में हमले की ये खबर हालिया नहीं बल्कि सालों पुरानी है, रिवर्स सर्च में सामने आया सच
- फर्रुखाबाद की सालों पुरानी घटना वायरल
- कथा के वक्त हमला होने का दावा
- 2018 की घटना बताई जा रही हालिया
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें एक अखबार की कटिंग लगाई गई है। पेपर कटिंग में दी गई तस्वीर में एक पंडाल को देखा जा सकता है जहां दर्जनों लोग खड़े हुए हैं। लोग इस पोस्ट को सोशल मीडिया पर शेयर कर दावा कर रहे हैं कि फर्रुखाबाद के कंपिल में बौद्ध कथा के वक्त पड़ोसी गांव के रहने वालों ने हमला कर दिया जिससे पूरा पंडाल तबाह हो गया। लोग इस घटना को हाल-फिलहाल का बता कर खूब शेयर कर रहे हैं। हालांकि, यह दावा भ्रामक रूप से वायरल हो रहा है। यह घटना हालिया नहीं बल्कि सालों पुरानी है।
क्या हो रहा है वायरल?
'Teetu Pradhan' नामक फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट 5 जनवरी 2025 को अपने अकाउंट पर शेयर कर लिखा-यह घटना बहुत ही गंभीर और दुखद है। बौद्ध कथा के पंडाल को तहस-नहस करना और श्रद्धालुओं पर हमला करना न केवल कानून का उल्लंघन है,बल्कि यह समाज में असहमति और हिंसा को बढ़ावा देने का कारण भी बन सकता है। धार्मिक स्थलों पर इस तरह के हमले समाज के सौहार्दपूर्ण माहौल के लिए खतरे की घंटी हैं। फर्रुखाबाद में इस घटना के बाद श्रद्धालुओं में डर और आक्रोश फैलना स्वाभाविक है,और यह बहुत आवश्यक है कि स्थानीय प्रशासन इस मामले की सख्ती से जांच करे। साथ ही,दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
क्या है वायरल पोस्ट के पीछे की सच्चाई?
वायरल पोस्ट के पीछे की सच्चाई पता लगाने के लिए हमने गूगल पर कीवर्ड्स सर्च किए। ऐसा करने पर हमें पत्रिका की वेबसाइट मिली जहां फर्रुखाबाद से जुड़ी वायरल न्यूज की जानकारी दी गई थी। 13 जून 2018 को पब्लिश की गई इस रिपोर्ट के मुताबिक, घटना फर्रुखाबाद की तो है लेकिन साल 2018 की है। कंपिल में बौद्ध कथा के वक्त, नाजिर नगला नामक पड़ोसी गांव के करीब एक दर्जन लोगों ने पंडाल पर हमला कर दिया था। जिससे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया था। वही, पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की थी।
Created On :   7 Jan 2025 2:30 PM IST