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लाशों के ढ़ेर के सामने रोते बिलखते लोगों का वीडियो पाकिस्तान का बताकर किया जा रहा शेयर, जानिए वीडयो की सच्चाई?
- वीडियो गलत दावे के साथ किया जा रहा शेयर
- घटना अफगानिस्तान की है
- हमें 'एसोसिएटेड प्रेस' की वीडियो रिपोर्ट मिली
डिजिटल डेस्क,भोपाल। हाल ही में, सोशल मीडिया पर एक रूह कपां देने वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में जमीन पर लाशों के ढ़ेर को देखा जा सकता है। साथ ही रोते बिलखते हुए लोग गुरू का नाम लेते दिखाई दे रहे हैं। वायरल वीडियो को शेयर कर यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ये दिल दहला देने वाली घटना पाकिस्तान के एक गुरूद्वारा की है। जहां अजान के वक्त एक गुरूद्वारे से गुरबानी की आवाज आ रही थी। जिसके बाद गुरूद्वारे पर हमला कर दिया गया था।
वायरल वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, " #पाकिस्तान. अजान के समय #गुरूद्वारे से आ रही थी लाउडस्पीकर पर गुरबाणई की आवाज. अब नहीं आएगी. और खिलाओ बिरयानी ".
पाकिस्तान
— हम लोग We The People (@ajaychauhan41) August 6, 2023
अजान के समय गुरुद्वारे से आ रही थी लाउडस्पीकर पर गुरबाणी की आवाज
..........अब नहीं आएगी
और खिलाओ बिरयानी pic.twitter.com/fmFzncyenK
पड़ताल - भास्कर हिंदी की टीम ने जब वायरल वीडियो की पड़ताल की तो पाया कि वायरल वीडियो में जो घटना घटित हुई वो पाकिस्तान की नही बल्कि अफगानिस्तान के काबुल में एक गुरूद्वारे में हुए आंतकी हमले की है। जिसका हाल की समय से कोई लेना देना नही हैं। वायरल वीडियो के सच का पता लगाने के लिए हमने सबसे पहले वायरल वीडियो के कमेंट सेक्शन को खंगाला। जिसके बाद हमने कुछ यूजर्स को इस वीडियो को अफगानिस्तान की एक पुरानी बताते हुए कमेंट करते देखा। इसके बाद हमने इस जानकारी को गूगल पर सर्च किया। जिसके बाद हमें 'एसोसिएटेड प्रेस' की वीडियो रिपोर्ट मिली। जिसके अनुसार, यह घटना 25 मार्च साल 2020 को अफगानिस्तान के काबुल में 'हर राय साहिब' नाम के गुरुद्वारे में घटित आतंकी हमले के समय की है।
वहीं, इस बात की तह तक जाने के लिए हमें 'एसोसिएटेड प्रेस' की वीडियो रिपोर्ट को देखा जिसमें ठीक वैसे ही दृश्य दिख रहे हैं जैसे वायरल वीडियो में मौजूद थे।
क्या है सच्चाई
वायरल वीडियो की पड़ताल में हमने पाया कि सोशल मीडिया पर वीडियो को पाकिस्तान के गुरूद्वारे की घटना से जोड़ने वाला दावा गलत हैं। साफ है, वायरल वीडियो को पाकिस्तान में हुए हाल ही की एक घटना बताकर भ्रामक तौर से शेयर किया जा रहा जो पूर्णता गलत है।
Created On :   9 Aug 2023 10:41 PM IST