महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024: महायुति या MVA, किसके लिए राज्य की 37 सीटें निभाएगी किंगमेकर की भूमिका, समझिए 2019 के आकंड़ों से

महायुति या MVA, किसके लिए राज्य की 37 सीटें निभाएगी किंगमेकर की भूमिका, समझिए 2019 के आकंड़ों से
  • महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव
  • 37 सीटें तय करेगी महायुति या एमवीए की जीत
  • 2019 के चुनाव परिणाम से समझिए मायने

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक आने के साथ-साथ सियासी गहमागहमी भी तेज होती नजर आ रही है। राज्य की सत्ताधारी महायुति और विपक्ष के महाविकास अघाड़ी के लिए यह चुनाव नाक की लड़ाई बन गई है। चुनाव में महाराष्ट्र की 288 में से हर एक सीट पर दोनों गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है।

यदि देखा जाए तो महाराष्ट्र की कुछ सीटों पर सियासी दलों को जीत आसानी दिला सकती है। दरअसल, पिछले चुनाव के दौरान महाराष्ट्र की 37 सीटें पर हार-जीत का अंतर 5000 वोट था। लिहाजा एक बार फिर से महायुति और एमवीए के लिए ये सीटें काफी मायने रखने वाली है।

2019 के चुनाव आकड़े में हार-जीत का अंतर

महाराष्ट्र में कुल 288 विधानसभा सीटे हैं। 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान, इनमें से 5 वो सीटें है जिन पर हार-जीत का अंतर 1000 वोट से भी कम का रहा था। जबकि, एक सीट पर ये अंतर 500 से भी कम का दर्ज किया गया था। इसके अलावा चांदीवली विधानसभा सीट पर शिवसेना के टिकट पर भाऊसाहेब लांडे ने 409 वोट से जीत दर्ज की थी। गोंदिया जिले की अर्जुनी-मोरगां सीट से एनसीपी के टिकट पर चंद्रिकापुरे मनोहर गोवर्धन ने 718 वोट के अंतर से जीत हासिल की थी।

इस क्रम में पुणे जिले की दौंड सीट से भाजपा उम्मीदवार राहुल सुभाषराव ने 746, सोलापुर की संगोला सीट से शिवसेना प्रत्याशी शाहजी बापू राजाराम पाटिल 768 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। जबकि, अहमदनगर जिले के कोपरगांव सीट से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) उम्मीदवार आशुतोष ओकराव काले ने 822 वोट से जीत हासिल की थी।

कुछ सीटों पर 1000 से 2000 वोट का अंतर

हालांकि, महाराष्ट्र की कुछ सीटें ऐसी भी थी जहां पर उम्मीदवारों की हार-जीत का अंतर 1000 से 2000 वोट के आसपास रहा था। इन 4 सीटों में से भाजपा और एनसीपी के पाले में 1-1 सीट आई थी। जबकि, अन्य 1-1 सीट पर सपा और निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी।

इसके अलावा शेष 28 सीटों पर 2 हजार से 5 हजार वोट के अंतर से हार जीत का फैसला हुआ था। इनमें से 12 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। जबकि, अन्य 6 सीटों पर एनसीपी, 4 पर कांग्रेस और दो सीटों पर शिवसेना, एआईएमआईएम, बहुजन अघाड़ी और भाकपा के प्रत्याशियों के कैंडिडेट ने 1-1 सीट पर जीत हासिल की थी। बाकी की एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार की जीत हुई थी।

साल 2019 के विधानसभा चुनाव के दौरान, राज्य की 31 सीटों पर उम्मीदवारों के जीत का अंतर 5000 वोटों से कम का रहा था। इनमें से 16 सीटों पर महाविकास अघाड़ी के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। वहीं, 15 सीटों पर महायुति के कैंडिडेट ने जीत हासिल की थी।

Created On :   12 Nov 2024 1:35 PM GMT

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