जेईई मेन्स: 2.45 लाख स्टूडेंट्स होंगे शॉर्टलिस्ट
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) द्वारा 7 से 20 अप्रैल के बीच आयोजित जॉइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (जेईई मेन्स) के नतीजों का इंतजार जारी है। एनटीए के नोटिफिकेशन के मुताबिक जेईई पेपर-1 का रिजल्ट 30 मई को और जेईई पेपर-2 का रिजल्ट 15 मई को ऑनलाइन जारी किया जाएगा। इस बार जेईई मेन्स परीक्षा में कुल 2 लाख 45 हजार विद्यार्थियों को एडवांस के लिए शॉर्टलिस्ट किया जाएगा ।
पिछले वर्ष तक जेईई मेन्स के परीक्षार्थियों में से 2.24 लाख विद्यार्थियों को शॉर्टलिस्ट किया जाता था। इस बार जनरल श्रेणी के गरीब विद्यार्थियों के लिए लागू हुए आरक्षण के चलते सीटे बढ़ाई गई हैं, इसके बावजूद कुछ समीकरण ऐसे बन रहे हैं, जिसके कारण हजारों विद्यार्थियों को एडवांस परीक्षा से वंचित रहना पड़ेगा। दरअसल जेईई मेन्स में कुल तीन मौके (नए नियम के बाद से साल में दो बार मेन्स दे सकते हैं) मिलते हैं। जेईई एडवांस परीक्षा के लिए दो ही मौके मिलते हैं।
इसके चलते हर साल औसतन 50 हजार से अधिक विद्यार्थी जेईई एडवांस परीक्षा नहीं देते। वर्ष 2018 में जेईई मेन्स परीक्षा पास करने वाले 23 लाख 1 हजार 24 परीक्षार्थियों में से 65 हजार विद्यार्थियों ने एडवांस परीक्षा नहीं दी थी।
हर साल बढ़ा रहे सीटें
आईआईटी संस्थानों में दाखिले के लिए यह पहली परीक्षा होती है, इसके बाद जेईई एडवांस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने पर विद्यार्थियों के लिए आईआईटी में प्रवेश के रास्ते खुल जाते है। वर्ष 2017 में जहां जेईई मेन्स क्वॉलिफाई करने वाले 2 लाख 20 हजार विद्यार्थियों को जेईई एडवांस के लिए पात्र घोषित किया गया था, वहीं वर्ष 2018 में 2 लाख 24 विद्यार्थियों को जेईई एडवांस के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। इस बार यह आंकड़ा बढ़ाया गया है। जेईई एडवांस 2019 के लिए 2.45 विद्यार्थियों को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा।
वर्ष एडवांस में सीटें परीक्षार्थी
2018 2 लाख 24 हजार 1 लाख 64 हजार
2017 2 लाख 20 हजार 1 लाख 59 हजार 540
2016 2 लाख 1 लाख 47 हजार 678
2015 1 लाख 52 हजार 1 लाख 24 हजार
2014 1 लाख 54 हजार 1 लाख 23 हजार
2013 1 लाख 52 हजार 1 लाख 26 हजार
Created On :   29 April 2019 2:30 PM IST