फिल्मों को प्रदर्शन: माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में “सिनेब्रेशन” का आगाज़

माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय में “सिनेब्रेशन” का आगाज़
  • छात्रों की फिल्मों, और रेट्रो थीम पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जमाया रंग
  • कार्यक्रम के पहले दिन 13 फिल्मों की प्रदर्शनी
  • फिल्मों ने आधुनिक समाज को प्रतिबिंबित किया, साथ ही पारंपरिक मूल्यों का सम्मान भी किया-कुलगुरु

डिजिटल डेस्क, भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल के सिनेमा और जनसंपर्क विभाग विभाग द्वारा आयोजित किये जा रहे दो दिवसीय फिल्म प्रदर्शनी समारोह सिनेब्रेशन 2.0 का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। कार्यक्रम में की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी और प्रख्यात फिल्म समीक्षक विनोद नागर ने दीप प्रज्वलित कर के किया। विश्वविद्यालय के गणेश संकर विद्यार्थी सभागार में आयोजित हो रहे इस समारोह में सिनेमा विभाग के छात्रों द्वारा बनायीं गयी विभिन्न फिल्मों को प्रदर्शित किया गया। छात्रों ने अपनी फिल्मों के माध्यम से विविध विषयों और समाज की ज्वलंत समस्याओं से लेकर समृद्ध सांस्कृतिक कथाओं का फिल्मों के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम के पहले दिन 13 फिल्मों की प्रदर्शनी की गयी इनमें जमना बायीं, नीबू मिर्च, व्हिसिल व अन्य फ़िल्में शामिल थीं, इन फिल्मों में भोपाल की प्रसिद्ध रंगकर्मी शोभा चटर्जी, हर्ष दाउद, विकास जोठे, बासित अली(बाल कलाकार), शिवानी काहर व अन्य चर्चित कलाकारों ने भी अभिनय किया है. इस मौके पर बॉलीवुड रेट्रो थीम पर आधारित नाटक, कोस्प्ले, और नृत्य और गानों व अन्य विभिन्न संस्कृति कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गयी.

इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विश्वविद्यालय के कुलगुरु विजय मनोहर तिवारी ने कहा कि फिल्मों ने आधुनिक समाज को प्रतिबिंबित किया, साथ ही पारंपरिक मूल्यों का सम्मान भी किया है। यह देखकर खुशी होती है कि छात्र सिनेमा के माध्यम से नई सीमाओं को छूने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को सामाजिक रूप से प्रासंगिक सिनेमा बनाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि छात्रों द्वारा बनायीं गयी फिल्मों में गहरी कहानी कहने की क्षमता, तकनीकी कुशलता और सिनेमाई दृष्टि स्पष्ट रूप से दिखाई देती है।

कार्यक्रम में मुख्यवक्ता के रूप में शामिल हुए फिल्म समीक्षक विनोद नागर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश का बॉलीवुड में बहुत योगदान रहा है, भोपाल शहर को देश कि सांस्कृतिक राजधानी भी कहा जाता है. उन्होंने कहा कि छात्रों ने की फ़िल्में जिन विषयों को छूआ है वह हमारे मुख्यधारा के सिनेमा कि बराबरी करता है. उन्होंने छात्रों को भविष्य के लिए बधाई दी और नयी विधाएं सीखने के लिए प्रेरित किया।

सिनेमा और जनसंपर्क विभाग की प्रमुख डॉ. पवित्रा श्रीवास्तव ने कहा कि सिनेमा केवल मनोरंजन ही नहीं बल्कि शिक्षण और जागरूकता का भी सशक्त माध्यम है। हम चाहते हैं कि हमारे कहानी कहने के क्रिएटिव तरीकों को सीखें और तकनीकी दक्षता के साथ-साथ सार्थक विषयवस्तु को मिलाकर नए प्रयोग करें और उन्नत फ़िल्में बनाये।

सिनेब्रेशन के दूसरे दिन और भी फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ-साथ पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उत्कृष्ट रचनात्मक कार्यों को सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम के पहले दिन मंच का संचालन सिनेमा विभाग कि छात्रा मैथली और जनसंपर्क विभाग कि छात्रा सिमरन ने किया. इस मौके पर जनसंपर्क विभाग कि असिस्टेंट प्रोफेसर जाया सुरजानी, सिनेमा विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर गजेन्द्र अवास्या व विभाग के अन्य शिक्षक मौजूद थे।

Created On :   25 April 2025 7:11 PM IST

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