Nagpur News: पांच साल में नागपुर जिला परिषद के 50 से अधिक स्कूलें हो गई बंद
- 12 साल बाद शिक्षकों की पद भर्ती
- शिक्षा विभाग में 371 शिक्षकों की कमी
- आए दिन विद्यार्थी कम हो रहे
Nagpur News जिला परिषद स्कूलों में विद्यार्थी संख्या बढ़ाने के नाम पर नई-नई योजनाएं लाई जा रही हैं। करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। उसके बावजूद विद्यार्थी संख्या बढ़ने का नाम नहीं ले रही है। उल्टे आए दिन विद्यार्थी कम हो रहे हैं। 12 साल बाद इस वर्ष शिक्षकों की पद भर्ती करने पर रिक्त पदों से थोड़ी राहत मिली है। आज भी जिप के शिक्षा विभाग में 371 शिक्षकों की कमी है। स्कूलों की पर्यवेक्षकीय व्यवस्था में काफी पद अब भी रिक्त है। उसका परिणाम शैक्षणिक गुणवत्ता वृद्धि पर हो रहा है। जिप स्कूलों की विद्यार्थी संख्या घटने से पांच साल में 50 से अधिक स्कूल बंद पड़ गए।
इंग्लिश मीडियम की ओर बढ़ रहा रुझान : बदलते समय के साथ पालकों का इंग्लिश मीडियम की ओर रुझान बढ़ रहा है। जिला परिषद के अधिकांश मराठी मीडियम स्कूल हैं। निजी संस्थानों में मोटी फीस चुकाकर पालक अपने बच्चों को प्रवेश दिला रहे हैं। जिप स्कूल में नि:शुल्क प्रवेश के साथ अनेक सुविधाएं मिलने पर भी पालक बच्चों को प्रवेश दिलाना नहीं चाहते। जिप स्कूलों की विद्यार्थी संख्या कम होने का यह सबसे बड़ा कारण माना जा रहा है।
चुनिंदा स्कूलों में प्रवेश की कतारें जिला परिषद के सभी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता निकृष्ट है, एेसा नहीं है। चुनिंदा स्कूलों में प्रवेश के लिए लंबी कतारें लगती हैं, लेकिन ऐसे स्कूल गिने-चुने हैं। उसी की तर्ज पर अन्य स्कूलों में सुधार करने पर शिक्षा क्षेत्र में जिप स्कूलों की प्रतिमा सुधारी जा सकती है।
Created On :   21 Oct 2024 3:28 PM IST