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भोपाल: शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (MoE) एवं एआईसीटीई (AICTE) का 5-दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन में संपन्न

भोपाल। शिक्षा मंत्रालय के इनोवेशन सेल (MOE) एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) के सहयोग से एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन (जो कि अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग, डीपीआईआईटी, मेइटी, डीएसटी एवं रक्षा मंत्रालय द्वारा समर्थित एक अग्रणी इनक्यूबेशन केंद्र है) ने 17 से 22 मार्च 2025 तक "नवाचार एवं उद्यमिता" विषय पर पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का सफल आयोजन किया। यह कार्यक्रम एआईसी-आरएनटीयू कैंपस में आयोजित किया गया। जिसका मुख्य विषय "उद्यमी मानसिकता को बढ़ावा देना: समस्या-समाधान और विचार सृजन से लेकर स्टार्टअप फाइनेंस, बिजनेस मॉडल, मार्केट रणनीति और आईपीआर समर्थन के साथ कैंपस इनक्यूबेशन" था।
कार्यक्रम में शिक्षा क्षेत्र के प्रमुख सरकारी एवं निजी संस्थानों के लगभग 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया। एफडीपी के दौरान देशभर के उद्योग जगत के विशेषज्ञों एवं प्रशिक्षकों द्वारा 10 से अधिक सत्रों का आयोजन किया गया, जिसमें इनोवेशन और स्टार्टअप इकोसिस्टम को लेकर गहन चर्चा की गई।
एफडीपी के महत्वपूर्ण आकर्षणों में स्थानीय उद्यमियों एवं स्टार्टअप संस्थापकों के साथ इंटरैक्टिव सत्र भी आयोजित हुए। इन सत्रों के माध्यम से एफडीपी में शामिल शिक्षकों को विभिन्न स्टार्टअप फाउंडर्स जिनमे अंकेष मेहरा, फाउंडर - अलाना , प्रियंका गुप्ता, फाउंडर - रेजोवेट कंस्ट्रक्शन, शाहरुख़ रहमान, फाउंडर - यूनिटस इंफ्राटेक, विवेक पांडेय, फाउंडर - अर्क , अक्षत श्रीवास्तव, फाउंडर - इंसिलो लोजिस्टिक्स एवं मोहित शर्मा, फाउंडर - फिक्सपोइन्ट से मिलकर उनके अनुभवों को जानने और एक फाउंडर की दृष्टि से शिक्षण संस्थानों में उद्यमिता को बढ़ावा देने की नवीन पहलों पर चर्चा करने का भी अवसर मिला |
सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को व्यावहारिक दृष्टिकोण से नवाचार और उद्यमिता की बारीकियों को समझने का अवसर मिला। इन सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को यह सीखने का मौका मिला कि वे छात्रों को इनोवेशन एवं स्टार्टअप की दिशा में मार्गदर्शित करने के लिए किस तरह से प्रेरित कर सकते हैं। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने अपने अनुभव साझा किए और कार्यक्रम के समापन में अपने-अपने संस्थानों में एफडीपी के दौरान मिली सीखों को कैसे लागू करेंगे इसकी रुपरेखा प्रस्तुत की | इस अवसर पर एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन के निदेशक नितिन वत्स, विश्वविद्यालय की कुलसचिव डॉ. संगीता जौहरी और एआईसी-आरएनटीयू फाउंडेशन के सीईओ और एफडीपी के प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर रोनाल्ड फर्नांडीज, एफडीपी की को-प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर मानसी बिजवानी विशेष रूप से उपस्थित थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में बताया कि उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह एफडीपी शिक्षकों के लिए नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रयास साबित हुआ। प्रतिभागी इस कार्यक्रम से नई रणनीतियों, ज्ञान और व्यावहारिक दृष्टिकोण के साथ लौट रहे हैं। जिससे वे अपने संस्थानों में छात्रों को स्टार्टअप और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकेंगे।
Created On :   9 April 2025 2:15 PM IST