इन तीन बातों से समझिए क्यों पाकिस्तान आसानी से जीत सकता है वर्ल्ड कप का खिताब, क्या इस बार भी चैम्पियन बनेगा पाकिस्तान?
- तीन आईसीसी टूर्नामेंट्स जीत चुकी है पाकिस्तान
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। क्रिकेट हमेशा से अनिश्चिताओं का खेल रहा है। यहां कौन-सी टीम किस पर भारी पड़ जाए कहा नहीं जा सकता है। हमारी चिर-प्रतिद्वंदी और पड़ोसी पाकिस्तान टीम का भी यही रिकॉर्ड रहा है। पाकिस्तान कभी किस्मत से तो कभी मेहनत से टूर्नामेंट से बाहर होते-होते चैम्पियन बन जाती है। इस टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के ऐसा ही हुआ टीम अपने शुरुआती दो लीग मुकाबले भारत और जिम्बाब्वे से हार गई और नॉक-आउट राउंड से लगभग बाहर हो गई। लेकिन अगले तीन मुकाबले में लगातार तीन जीत और साउथ अफ्रीका जैसी बड़ी टीम के नीदरलैंड्स से हार जाने से पाकिस्तान टीम ने सेमीफाइनल में प्रवेश किया। ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब पाकिस्तानी टीम ने किसी आईसीसी टूर्नामेंट की शुरुआत खराब की हो और फिर दमदार वापसी करते हुए ना ही सिर्फ टूर्नामेंट में आगे बढ़ी हो बल्कि खिताब पर कब्जा भी जमाया हो। आइए जानते हैं उन आईसीसी टूर्नामेंट्स के बारे में जिनमें पाकिस्तान ने दमदार वापसी करते हुए खिताब पर कब्जा जामाया।
वनडे वर्ल्ड कप 1992
ऑस्ट्रेलिया की मेजबानी में खेले गए इस टूर्नामेंट से पहले तक पाकिस्तान टीम के पास कप्तान तक नहीं था। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने संन्यास ले चुके इमरान खान की क्रिकेट में वापसी कराई और उन्हें टीम का कप्तान बनाया। पाकिस्तान टीम के लिए इस वर्ल्ड कप की शुरुआत बेहद खराब रही। टीम अपने शुरुआती पांच लीग मुकाबलों में भारत, साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज से हारी। जबकि जिम्बाब्वे के खिलाफ जीत और इंग्लैंड के खिलाफ हारे हुए मुकाबले में बारिश की वजह से मिले 1 अंक की बदौलत केवल 3 अंक ही बटोर सकी थी। पाकिस्तान को इस वर्ल्ड कप से बाहर माना जाने लगा। लेकिन अगले तीन मुकाबलों में लगातार तीन जीत के साथ सभी को चौंकाते हुए टीम ने सेमीफाइनल में जगह बनाई। पाकिस्तान ने सेमीफाइनल मुकाबले में खिताब की प्रबल दावेदार न्यूजीलैंड को मात दी और फिर फाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को हराकर अपने पहले वर्ल्ड कप पर कब्जा जमाया।
टी-20 वर्ल्ड कप 2009
टी-20 वर्ल्ड कप के पहले संस्करण के फाइनल में भारतीय टीम के हाथों महज 5 रनों से खिताब गंवाकर दूसरे संस्करण में पाकिस्तान टीम ने शानदार वापसी करते हुए वर्ल्ड कप की ट्रॉफी अपने नाम की थी। लेकिन इस वर्ल्ड कप की शुरुआत भी पाकिस्तानी टीम के लिए बेहद खराब रही थी। अपने पहले मुकाबले में इंग्लैंड से हारकर टीम ने अगला मुकाबला जीतकर सुपर-8 में अपनी जगह बनाई थी। सुपर-8 के पहले मुकाबले में भी पाकिस्तान को श्रीलंका के हाथों हार झेलनी पड़ी। टूर्नामेंट में बने रहने के लिए टीम अपने बचे दो मुकाबले जीतने थे। अपने अगले मुकाबले में आयरलैंड और फिर न्यूजीलैंड को मात देकर पाकिस्तानी टीम ने सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई। सेमीफाइन मुकाबले में खिताब की दावेदार मानी जा रही साउथ अफ्रीका और फाइनल मुकाबले में लॉर्ड्स के मैदान पर श्रीलंका को 8 विकेटों से मात देकर पाकिस्तान ने खिताब पर कब्जा जमाया।
चैम्पियंस ट्रॉफी 2017
चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। टूर्नामेंट शुरु होने से पहले पाकिस्तानी टीम वनडे रैंकिग में 8वें पायदान पर थी और कोई भी उन्हें खिताब का दावेदार नहीं मान रहा था। पाकिस्तानी टीम ने टूर्नामेंट की शुरुआत भी कुछ ऐसी ही की। पहले ही मुकाबले में पाकिस्तान को भारतीय टीम के हाथों 124 रनों की करारी हार मिली। लेकिन इस हार के बाद टीम ने दमदार वापसी करते हुए श्रीलंका और साउथ अफ्रीका को हराकर पहले सेमीफाइनल में पहुंची और फिर सेमीफाइनम मुकाबले में इंग्लैंड को हराकर टीम फाइनल में पहुंच गई। फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान के सामने भारतीय टीम की चुनौती थी जो बिना कोई मैच हारे फाइनल में पहुंची थी। लेकिन फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान ने बड़ा उलटफेर करते हुए भारत को 180 रनों के बड़े अंतर से मात देकर चैम्पियंस ट्रॉफी की विजेता बनी।
Created On :   8 Nov 2022 2:16 PM IST