टीम इंडिया से जुड़े मसलों पर पहली बार सचिन तेंदुलकर ने की खुलकर बात, कोरोना में बने नियम को गलत ठहराया, साथियों से जुड़े फनी किस्से भी साझा किए
- कहा - सलाइवा को दोबारा मिले मंजूरी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 'क्रिकेट के भगवान' कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का मैदान छोड़े 9 साल से भी ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन उनकी लोकप्रियता आज भी ज्यों कि त्यों बनी हुई हैं। उनके जीवन के संघर्ष से न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों बल्कि आम लोगों को भी काफी कुछ सीखने को मिलता है। लेकिन सचिन एक ऐसी शख्सियत हैं, जो न सिर्फ अपने असाधरण रिकॉर्ड्स या खेल के लिए बल्कि अपने जॉली नेचर के लिए भी जानें जाते हैं। उनका ऐसा ही मजाकियां नेचर हाल ही में एक प्रोग्राम में देखने को मिला, जहां उन्होंने कुछ सवालों का बहुत ही फनी जवाब दिया।
मैं गांगुली और रोजर बिन्नी की तरह तेज गेंदबाज नहीं हूं ...
फिलहाल इंडिया टुडे एक कॉन्क्लेव आयोजित करा रहा है, जहां सचिन तेंदुलकर ने शिरकत की। जब उनसे पूछा गया कि बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बारे में उनका क्या विचार है तो सचिन ने इसके जवाब में कहा कि वह तेज गेंदबाजी नहीं करते हैं। दरअसल, हाल ही में बोर्ड अध्यक्ष बने पूर्व क्रिकेटर रोजर बिन्नी और सौरव गांगुली तेज गेंदबाजी करते थे। उन्होंने कहा कि जब सौरव गांगुली ने विकेट निकाले तो वह 140 kmph तक फेंकने की बात कर रहे थे, लेकिन बाद में उसकी कमर में दिक्कत हो गई थी। सचिन ने आगे हंसते हुए कहा कि वह 140 की स्पीड से गेंद नहीं फेंकते हैं। इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सचिन को अध्यक्ष पद में कोई दिलचस्पी नहीं है।
सलाइवा को दोबारा मिले मंजूरी
क्रिकेट के भविष्य और इससे जुड़ी चीजों पर भी सचिन ने काफी बातचीत की। इस दौरान सचिन ने कहा कि क्रिकेट में सलाइवा की वापसी होनी चाहिए। दरअसल, क्रिकेट में सलाइवा का इस्तेमाल गेंदबाजी टीम द्वारा गेंद को चमकाने के लिए किया जाता है, जिससे गेंदबाजों को मदद मिलती है। कोरोना महामारी के दौरान संक्रमण फैलने से रोकने के लिए सलाइवा पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।
भज्जी के साथ मजेदार एनकाउंटर
पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह के विवादस्पद मामले तो लोगों ने काफी सुने हैं लेकिन भज्जी के मासूमियत के किस्से भी कम नहीं हैं। सचिन ने इससे जुड़ा बहुत ही मजेदार किस्सा सुनाया। उन्होंने कहा कि सबसे पहले उनकी मुलाकात हरभजन सिंह से मोहाली में हुई थी। किसी ने सचिन को बताया था कि भज्जी दूसरा बहुत अच्छा डालता है। ये 90’s की बात है और भज्जी तब तक टीम का हिस्सा नहीं थे। सचिन ने आगे कहा कि भज्जी हर बॉल के बाद रनअप पर वापस ना जाकर मेरे पास आता था। सचिन ने कहा, "क्योंकि मैं बॉल खेलने से पहले सिर हिलाता था, तब उसे लगता था कि मैं उसे बुला रहा हूं।"
बता दें कि क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले सचिन तेंदुलकर एकमात्र क्रिकेटर हैं। उन्होंने भारत के लिए 200 टेस्ट मैचों में 15921 रन बनाए हैं, जिसमें 51 टेस्ट शतक और 463 वनडे में 18426 रन बनाए हैं, जिसमें 49 शतक शामिल हैं। सचिन तेंदुलकर के नाम सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन और अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड दर्ज है।
Created On :   17 March 2023 2:46 PM IST