Seoni News: कल्याणपुर धान खरीदी केन्द्र में अफसरों का धावा, 25 हजार से ज्यादा बोरियों में भरी धान जब्त

कल्याणपुर धान खरीदी केन्द्र में अफसरों का धावा, 25 हजार से ज्यादा बोरियों में भरी धान जब्त
  • करीब 10 हजार बोरियों में टेगिंग तक नहीं मिली
  • मौसम में आए बदलाव व बारिश के चलते 28 दिसंबर से रोकी गई धान खरीदी फिर शुरु हो गई है।
  • धान खरीदी केन्द्रों में चल रही धांधली रोकी जाए, भारतीय किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन

Seoni News: जिले के कल्याणपुर स्थित धान खरीदी केन्द्र में शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए 25 हजार से ज्यादा धान से भरी बोरियां जब्त की गई हैं। इनमें लगभग 10 हजार बोरियां ऐसी मिली हैं, जिनमें टेगिंग तक नहीं की गई थी। कलेक्टर संस्कृति जैन को मिली शिकायत के बाद उनके निर्देश पर अफसरों द्वारा की गई इस कार्रवाई से खरीदी केन्द्र में हडक़ंप की स्थिति रही। जानकारी के अनुसार महाप्रज्ञा स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित कल्याणपुर खरीदी केन्द्र में बिना टेगिंग के उपार्जित धान परिवहन के लिए दिए जाने की शिकायत कलेक्टर को मिली थी। इसके बाद कलेक्टर ने अफसरों के दल को मौके पर जाकर जांच व कार्रवाई के निर्देश दिए थे। उक्त स्व सहायता समूह धारनाकला के पूर्व सरपंच की पत्नी का बताया जा रहा है।

पंचनामा किया गया तैयार

जानकारी के अनुसार तहसीलदार बरघाट संजय बरैया, डीएम नान विवेक रंगारी, बरघाट टीआई मोहनीश बैस, डब्ल्यूएलसी की ब्रांच मैनेजर, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी प्रतीक तिवारी सहित आधा दर्जन से अधिक अधिकारियों के दल ने शुक्रवार को कल्याणपुर खरीदी केन्द्र में धावा बोला। यहां धान के दर्जनों ढेर लगे पाए गए। 25 हजार से ज्यादा बोरियों में धान भरी थी, जिनमें से दस हजार से ज्यादा बोरियों में टेगिंग नहीं पाई गई। गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर अफसरों की टीम ने 25 हजार से ज्यादा धान भरी बोरियों का जब्ती पंचनामा तैयार किया गया है। जब्त धान सुपुर्दनामा पर सौंपी गई है।

केन्द्रों में चल रहा गोलमाल

खरीदी केन्द्र से धान जब्ती के इस मामले में प्रतिवेदन तैयार कर कलेक्टर को सौंपा गया है। इस मामले में जिला उपार्जन समिति अथवा कलेक्टर द्वारा आगामी कार्रवाई का निर्णय लिया जाएगा। बिना टेगिंग के धान परिवहनकर्ता को दिए जाने से गड़बड़ी की आशंका रहती है। टेगिंग का पैसा प्रति बोरी के मान से शासन द्वारा दिया जाता है। पिछले साल ताखलाकला समिति में धान का बड़ा गोलमाल सामने आया था।

यहां ट्रकों में भरकर गायब की गई धान के घोटाले का खुलासा होने के बाद एफआईआर दर्ज कराई गई थी और ताखलाकला समिति के प्रबंधक को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। सूत्र बताते हैं कि इस साल भी धान खरीदी केन्द्रों में जमकर गोलमाल चल रहा है। शासन के नियमों की खुलकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। फूड विभाग, नान, सहकारिता विभाग व मार्कफेड के अधिकारियों द्वारा गोलमाल पकडऩे के लिए अपनी ओर से कोई कवायद नहीं की जा रही है। कलेक्टर को शिकायत नहीं मिलती तो कल्याणपुर में भी पकड़ा गया गोरखधंधा सामने नहीं आता और गफलत चलती रहती।

परिवहन की सुस्ती से खरीदी केन्द्रों में 58 हजार मीट्रिक टन धान का लगा अंबार

मौसम में आए बदलाव व बारिश के चलते 28 दिसंबर से रोकी गई धान खरीदी फिर शुरु हो गई है। जिले के 88 खरीदी केन्द्रों में किसानों की धान उपार्जित हो रही है। शुक्रवार को 498.52 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई। जिले में अब तक 1 लाख 63 हजार 840.01 मीट्रिक टन धान की खरीदी की जा चुकी है, जिसमें 1 लाख 5 हजार 189.32 मीट्रिक टन धान का परिवहन किया जा चुका है। शुक्रवार को सिर्फ 333.10 मीट्रिक टन धान का परिवहन किया गया और खरीदी केन्द्रों में 58 हजार 650 मीट्रिक टन धान परिवहन के इंतजार में है।

64.20 प्रतिशत धान परिवहन हुई है और लगभग 36 प्रतिशत उपार्जित धान का परिवहन किया जाना शेष है। धान परिवहन की धीमी रफ्तार के पीछे परिवहनकर्ताओं द्वारा की जा रही मनमानी व खरीदी केन्द्रों में की जा रही लापरवाही को भी कारण बताया जा रहा है। हालांकि प्रदेश में मौसम में आए बदलाव व बारिश के कारण 28 दिसंबर से तीन दिन के लिए खरीदी रोक दी गई थी। शनिवार व रविवार के दिन भी खरीदी नहीं हुई। 2 जनवरी से खरीदी फिर प्रारंभ हुई है। उक्त पांच दिनों में खरीदी केन्द्रों हम्माल भी नहीं आए, जिसके कारण भी परिवहन नहीं हो पाया।

धान खरीदी केन्द्रों में चल रही धांधली रोकी जाए, भारतीय किसान संघ ने सौंपा ज्ञापन

धान खरीदी केन्द्रों पर हो रही धांधली को रोका जाए। खरीदी केन्द्रों में धान को गीला या सूखा बताकर वसूली की जाती है और धान की तौल 41.300 किग्रा ली जा रही है, जबकि शासन के निर्देशानुसार 40.700 किग्रा तौल होना चाहिए। उक्त मांग सहित अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम भारतीय किसान संघ कुरई द्वारा शुक्रवार को कुरई तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई है कि धान का समर्थन मूल्य सरकार की घोषणा अनुसार 31 सौ रुपए दिया जाए। कृषि उपज का वन्य पशुओं के द्वारा क्षति पहुंचाने के रोकथाम में सहयोगी तार फेसिंग, झटका मशीन,चिल्लाहट यंत्र वन विभाग द्वारा दिया जाए।

विद्युत वितरण कंपनी द्वारा लो वोल्टेज ठीक करने कृषि फीडर दिन में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक लगातार चालू रखी जाए। बारिश के मौसम में ओवरफ्लो होने वाली पुलिया के स्थान पर उंचे पुल बनाए जाएं। जलाशयों एवं नहरों की साफ सफाई तथा नहरों को सीमेन्टेड किया जाए, जिससे पानी का रिसाव कम हो और खेतों तक पर्याप्त पानी अबाधित रूप से पहुंच सके। धान खरीदी की अंतिम तारीख को कम से कम 10 दिन और बढ़ाया जाए। ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान संगठन मंत्री पूरनलाल शर्मा, जिलाध्यक्ष ज्वाला प्रसाद बघेल, तहसील अध्यक्ष सूरज सिंह परिहार, तहसील महामंत्री निरंजन सिंह बिसेन, सत्येन्द्र, मनमोहन सिंह आदि मौजूद रहे।

Created On :   4 Jan 2025 3:38 PM IST

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