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Panna News: मछली पालन, पशुपालन और पान की खेती में नवाचार, सुमित चौरसिया बने प्रगतिशील किसान

- मछली पालन, पशुपालन और पान की खेती में नवाचार
- सुमित चौरसिया बने प्रगतिशील किसान
Panna News: पन्ना जिले के गुनौर विकासखण्ड के ग्राम पटना तमोली के 38 वर्षीय कृषक सुमित चौरसिया ने उन्नत तकनीकों को अपनाकर कृषि क्षेत्र में सफलता की नई कहानी लिखी है। स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद पारंपरिक खेती से अलग राह चुनते हुए सुमित ने कृषि विभाग और कृषि विज्ञान केंद्र की मदद से मछली पालन, पशुपालन और पान की खेती में नवीन तकनीकों का प्रयोग किया। आज वह न केवल आर्थिक रूप से सशक्त हैं बल्कि अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन गए हैं।
बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन, सालाना 6 लाख से अधिक की आय
सुमित चौरसिया ने प्रधानमंत्री मत्स्य पालन संपदा योजना का लाभ उठाकर बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन शुरू किया है। वर्तमान में वह सात तालाबों में ग्रॉस कार्प, सिल्वर कार्प, कॉमन कार्प, रोहू और कतला जैसी विभिन्न प्रजातियों की मछलियाँ पाल रहे हैं। जिनकी बाजार में काफी मांग है। इस तकनीक से उन्हें प्रतिवर्ष ०6 लाख रुपये से अधिक की आय प्राप्त हो रही है। भविष्य में उनकी बकरी और मुर्गी पालन शुरू करने की भी योजना है।
समन्वित कृषि प्रणाली, अतिरिक्त पांच लाख की शुद्ध आय
मछली पालन के साथ-साथ सुमित पशुपालन, पान की खेती और अनाज-दलहन की खेती भी करते हैं। वह बताते हैं कि समन्वित फसल प्रणाली मॉडल अपनाकर खेती को लाभ का व्यवसाय बनाया जा सकता है। 2.2 हेक्टेयर क्षेत्र में धान, गेहूं, चना और मसूर की खेती के अलावा वह गिर और साहीवाल नस्ल की गायों का पालन भी करते हैं जिनसे प्रतिदिन औसतन 12 लीटर दूध बेचकर अतिरिक्त आय प्राप्त होती है। इन सभी गतिविधियों से उन्हें लगभग ०5 लाख रुपये की अतिरिक्त शुद्ध आय होती है।
पान की उन्नत खेती बुन्देलखण्ड की खास पहचान
सुमित बुन्देलखण्ड क्षेत्र में अत्यधिक प्रसिद्ध पान की उन्नतशील प्रजाति बंग्ला और कटक की खेती भी सफलतापूर्वक कर रहे हैं जो उनकी आय में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
सम्मान और प्रेरणा
कृषि क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सुमित चौरसिया को जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा कृषक फैलो सम्मान सहित कई अन्य पुरस्कारों से भी सम्मानित किया जा चुका है। उनकी सफलता की कहानी यह साबित करती है कि नवीन तकनीकों को अपनाकर और समन्वित कृषि प्रणाली के माध्यम से किसान न केवल अपनी आर्थिक स्थिति सुधार सकते हैं बल्कि कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति भी ला सकते हैं। सुमित चौरसिया निश्चित रूप से पन्ना जिले के अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणादायक उदाहरण हैं।
Created On :   14 April 2025 12:30 PM IST