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एक इंच भी नहीं बढ़ा माचागोरा डैम का जलस्तर, सिंचाई के साथ पेयजल का संकट का खतरा
डिजिटल डेस्क,छिंदवाड़ा। बारिश के इस सीजन का एक माह से अधिक का समय गुजर चुका है। जिले की लाइफ लाइन के रूप में माने जा रहे माचागोरा बांध में अब तक इस बारिश में बूंद भर पानी जमा नहीं हो सका है। जबकि बीते वर्ष 17 जुलाई तक की स्थिति में डेम का जलस्तर करीब डेढ़ मीटर बढ़ने के साथ ही 52 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी का इजाफा हो चुका था। डैम का जल स्तर 621.50 मीटर पहुंच गया था। वहीं 374.917 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी जमा हो चुका था। आने वाले दिनों में बारिश नहीं हुई तो सिंचाई के साथ पेयजल का संकट भी खड़ा हो सकता है।
डेम में फिलहाल 250 एमसीएम पानी:
माचागोरा बांध में फिलहाल जलस्तर 617.51 मीटर है। डेम में कुल 250 एमसीएम पानी मौजूद है। वह भी इसलिए कि डैम से पानी का खर्च अभी कम है। नहरों का निर्माण अभी पूरा नहीं हो सका था। इस वजह से डैम में इतना पानी मौजूद है। बीती गर्मी में नहरों के निर्माण में तेजी लाई गई। जिससे आने वाले रबी सीजन में सिंचाई के लिए अधिक पानी लग सकता है। जबकि अब तक कि स्थिति में डैम में डेड स्टोरेज से महज 100 एमसीएम पानी अधिक है।
डेम पर 1 लाख 28 हजार हेक्टेयर में सिंचाई का भार
माचागोरा बांध पर सिवनी और छिंदवाड़ा जिले में नहरों से 85 हजार हेक्टेयर भूमि में नहरों से सिंचाई व माइक्रो प्रोजेक्ट से 43 हजार हेक्टेयर में सिंचाई का भार है। नहरों से सिंचाई के लिए 285 एमसीएम पानी और माइक्रो प्रोजेक्ट से सिंचाई के लिए 151 एमसीएम पानी की जरुरत होगी।
पीने के लिए चाहिए 43.3 एमसीएम पानी
सिर्फ सिंचाई ही नहीं डैम से पीने का पानी भी लिया जाना है। आड़े वक्त पर माचागोरा बांध छिंदवाड़ा शहर की प्यास बुझा रहा है। नगरनिगम ने यहां से हर साल 6 एमसीएम पानी लेने का अनुबंध किया है। करीब 27 एमसीएम पानी से जल निगम 711 गांवों की प्यास बुझाने वाला है। वहीं चौरई नगर को करीब 10 एमसीएम पानी लग रहा है। पेयजल के लिए कुल 43.3 एमसीएम पानी डैम से दिया जाना है।
कन्हरगांव में सिर्फ गड्डे भरे वह भी सूखने लगे
छिंदवाड़ा शहर को हर साल 7 एमसीएम पानी देकर प्यास बुझाने वाले कन्हरगांव डेम बारिश के इस सीजन में खुद ही बूंद-बूंद को मोहताज है। शुरूआती बारिश में डैम के गड्ढों में पानी भरा लेकिन अब वह भी सूखने लगा है। कन्हरगांव के कैचमेंट में अब तक 50-60 एमएम बारिश हुई है। डैम को भरने के लिए लगभग 750 एमएम बारिश की जरूरत है।
Created On :   18 July 2019 1:08 PM IST