वधावन पिता-पुत्र की 31 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पत्राचाल घोटाले से जुड़े मनी लांडरिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने राकेश वधावन और उसके बेटे सारंग वधावन की 31 करोड़ 50 लाख रुपए की संपत्तियां जब्त कर ली हैं। जब्त की गई संपत्तियां गोवा में हैं। दोनों आरोपी पत्राचाल घोटाला मामले में आरोपों में घिरी गुरुआशीष कंस्ट्रक्शन प्रायवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। म्हाडा की शिकायत पर मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने मनी लांडरिंग का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू की है। एक अधिकारी ने बताया कि छानबीन के दौरान खुलासा हुआ कि घोटाले का पैसा वधवान पिता-पुत्र के एचडीआईएल और उससे जुड़ी कंपनियों के खातों में भेजे गए। इन पैसों का इस्तेमाल कर दूसरी कंपनियों से होते हुए घोटाले के 38.5 करोड़ रुपए राकेश और सारंग वधावन के खाते में पहुंचे। इनमें से 28.5 करोड़ रुपए का इस्तेमाल इंडिया बुल्स हाउसिंग फाइनांस लिमिटेड से लिए गए कर्ज के भुगतान के लिए किया गया। लिए गए कर्ज से 2011 में उत्तर गोवा में 1250 और 15300 वर्ग मीटर के दो प्लॉट लिए गए। बता दें कि मुंबई के गोरेगांव इलाके में 672 रहिवासियों के पुनर्विकास परियोजना का ठेका गुरूआशीष कंस्ट्रक्शन ने लिया और फिर इसके बदले मिली अतिरिक्त एफएसआई निजी बिल्डरों को बेंच दी गई। स्थानीय रहिवासी अब भी पुनर्विकास का इंतजार कर रहे हैं। आरोप है कि मामले में 1039 करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। मामले में शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राऊत को भी ईडी ने गिरफ्तार किया था।
Created On :   3 April 2023 9:06 PM IST