- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- कांग्रेस नेता की हत्या -6 से ज्यादा...
कांग्रेस नेता की हत्या -6 से ज्यादा लोगों ने बनाई थी योजना - पुलिस छावनी बना पूरा क्षेत्र

डिजिटल डेस्क जबलपुर। हनुमानताल थाना क्षेत्र के भानतलैया में कांग्रेस नेता एवं पूर्व पार्षद धर्मेन्द्र सोनकर की गुरुवार को दिन-दहाड़े की गई हत्या में मोनू सोनकर समेत आधा दर्जन लोगों की भूमिका होने की बात जाँच के दौरान सामने आई है। शूट आउट में मोनू समेत तीन लोगों की मुख्य भूमिका होने की संभावना जताई जा रही है। आरोपी मोनू के साथ सतीष उर्फ भूरा चौधरी को कल ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। उनको रिमांड पर लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। इनके अलावा तीसरे आरोपी सिद्धांत सोनकर के साथ कई और संदेहियों को पुलिस ने बाद में पकड़ा है।
इधर दूसरी तरफ धर्मेन्द्र सोनकर की मौत के बाद से क्षेत्र में तनाव की स्थिति को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। धर्मेन्द्र सोनकर की शव यात्रा में भी उनके निवास से करिया पाथर तक हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इनमें से अधिकांश लोग मास्क पहने थे और उनके साथ ही पुलिस बल भी बड़ी संख्या में मौजूद था।
चार कट्टे एवं कारतूस बरामद - इस मामले में जानकारी मिली है कि धर्मेन्द्र सोनकर की हत्या की साजिश बहुत पहले बनाई गई थी। उसे मौका नहीं मिल पा रहा था। हत्या के लिए उसने यूपी से कट्टे मँगवाए थे। मोनू ने यह कट्टे खुद के साथ अपने साथियों को भी दिए थे। उनके पास से भी कुल चार कट्टे बरामद किए गए हैं। इनमें वह कट्टा भी शामिल है, जिससे धर्मेन्द्र की हत्या की गई थी। पुलिस ने कुछ कारतूस भी बरामद किए हैं। इन आरोपियों से यह भी पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने हाल ही में कितनी वारदातें की हैं।
वर्चस्व की लड़ाई बना हत्या का कारण
धर्मेन्द्र की हत्या करने के कारण की जानकारी देते हुए मोनू ने पुलिस को बताया है कि वह धर्मेन्द्र की हत्या काफी पहले करना चाहता था। उसने वर्ष 2008 में भी बमबाजी की थी। उसके बाद से ही धर्मेन्द्र का वर्चस्व बढ़ता चला गया था और मोनू उसके मुकाबले पिछड़ता चला गया था। इसी कारण वह धर्मेन्द्र व उसके परिवार से जलन रखता था। इससे पहले भी उसने धर्मेन्द्र की हत्या करने की कोशिश की थी, लेकिन सफल नहीं हो पाया था, जिसके कारण ही उसने धर्मेन्द्र से दोस्ती कर ली थी। उसके बाद ही उसने नए सिरे से धर्मेन्द्र के कत्ल की योजना बनाई थी। उसे कुलिया में एक्टिवा से सिद्धांत ही छोड़ गया था। उसका दूसरा साथी सतीश पल्सर बाइक से आया था। एक और बाइक से आरोपी आए थे, उसकी भी तस्दीक का काम किया जा रहा है।
Created On :   28 March 2020 3:10 PM IST