दिसंबर में सरकार को हुई 1 करोड़ 43 लाख की राजस्व आय,पिछले सीजन से 2122 लोग अधिक पहुंचे
डिजिटल डेस्क,उमरिया। वन्यजीव पर्यटन के क्षेत्र में बांधवगढ़ ने अपने ही पिछले वर्ष का रिकार्ड तोड़ दिया है। सत्र 2021-22 की तुलना में 2294 लोग इस बार अधिक घूमने पहुंचे। इसमे आश्चर्यजनक वृद्धि बफर जोन की रही। अब पर्यटक कोर के अलावा बफर में भी बाघ व प्रकृति वन सुंदरता को पसंद कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में कोर व बफर मिलाकर छह पर्यटन जोन से जंगल सफारी की जाती है। साल 2022-23 के कोर पर्यटन सत्र में लगातार सैलानियों की संख्या वृद्धि दर्ज की गई। अक्टूबर में 15,578 नागरिक सफारी करने गए। इनमे 14809 भारतीय व 769 विदेशी शामिल थे। यह संख्या नवंबर में बढ़कर 16486 पहुंच गई। वहीं दिसंबर आते-आते नव वर्ष के चलते 19,216 लोग साल 2023 का स्वागत करने पहुंचे।
अब पिछले तीन दिनों से फुल चल रहे पर्यटन जोर की भीड़ कम हुई है। माना जा रहा है कि पर्यटक बढऩे से स्थानीय लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी। दूसरी तरफ सरकार भी पर्यटन शुल्क से मालामाल हो रही है। पर्यटन खुलने पर अक्टूबर में 1 करोड़ पांच लाख से अधिक लोग पहुंचे। नवंबर में यह आय एक करोड़ 24 तथा दिसंबर में बढ़कर 1 करोड़ 43 से अधिक पहुंच गई। पिछले दो साल कोरोना के चलते पर्यटन सीजन खासा प्रभावित हुआ था। अब गाइड से लेकर स्थानीय कारोबारी अच्छा कारोबार से खुश हैं।
बफर में सफर पर लगी मुहर
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बांधवगढ़ में लोगों की आजीविका को बढ़ाने बफर में सफर की घोषणा की थी। इसके बाद यहां बफर के तीनों गेटों में नाइट सफारी की शुरूआत हुई। यह कदम सकारात्मक परिणाम दे रहा है। इस पर्यटन सत्र में पहली बार बफर में 5443 सैलानी जंगल घूमने क लिए पहुंचे। इनमे 167 विदेशी व 5276 भारतीय पर्यटक शामिल थे। बदले में शासन को 15 लाख 43, 602 रुपए की आय वृद्धि हुई। यह संख्या साल 2021-22 में 3316 पर थे। विदेशी सैलानी मात्र पांच थे। आय मात्र 9 लाख 45,550 हुई थी।
बफर में छोटा भीम की बादशाहत
स्थानीय वन्यजीव प्रेमियों की मानें से बफर में पर्यटन बढऩे का एक बड़ा कारण वहां शक्तिशाली बाघ छोटा भीम की टेरेटरी है। भीम मादा तारा के साथ तीन शावकों के साथ अक्सर लोगों को दिखा है। यही स्थिति धमोखर बफर की थी। परासी गेट से पर्यटन रूट में भैंसामूछा की गौरी बाघि व तीन शावक, नर डी-1 के साथ लोगों को खूब लुभाते देखे गए। वहीं साइटिंग के मामले में कोर भी अलग-अलग बाघों व शावकों को लेकर पर्यटकों की पसंद बने रहे। सर्वाधिक डिमांड मगधी जोन में डॉटी के शावकों की थी। दो साल के ये चार शावक पर्यटकों को खूब दिखे। इसी तरह खितौली में रॉ फीमेल, चार शावक नर पुजारी व छोटा भीम अक्सर जिप्सियों के सामने लाइव हुइ। वहीं ताला में कजरी व चार वयस्क शावकों की बादशाहत कायम दिखी।
हमारे यहां पिछले साल शिकार, करंट व अन्य माध्यमों से बाघों की मौत में कमी आई है। लगातार बाघों की संख्या बढ़ रही है। यही कारण है कि पर्यटकों की पहली पसंद बांधवगढ़ बना हुआ है।
लवित भारती, डिप्टी डायरेक्टर बांधवगढ़ उमरिया
पहली बार बफर में इतने सैलानी पहुंचे
माह भारतीय विदेशी कुल राशि (लाख)
जुलाई 752 06 758 200,080
अगस्त 851 01 851 2,31,460
सितंबर 409 06 415 714860
अक्टूबर 2605 26 2631 7,14,861
नवंबर 1558 86 1644 4,61,810
दिसंबर 5276 167 5443 15,04,360
कोर नए सीजन में ऐसे बढ़े सैलानी (साल 2022-23)
माह भारतीय विदेशी कुल राशि
अक्टूबर 14809 769 15578 1 करोड़ 05,89,882
नवंबर 14644 1842 16486 1 करोड़ 24,4,0512
दिसंबर 17805 1411 19216 1 करोड़ 43,94,691
पर्यटन सीजन साल 2021-22
माह भारतीय विदेशी कुल राशि
अक्टूबर 16009 4 16013 1 करोड़ 05,44,081
नवंबर 17,651 40 17691 1 करोड़ 10,70,205
दिसंबर 18,970 74 19044 1 करोड़ 20,02,518
Created On :   5 Jan 2023 4:23 PM IST