गोदाम में लगी आग, 7 लाख जूट की बोरियां खाक
डिजिटल डेस्क,कटनी। कुठला थाना क्षेत्र के चाका ग्राम पंचायत के सामने लक्ष्मी बारदाना गोदाम में आग लगने से करीब 7 लाख जूट की बोरियां जलकर नष्ट हो गई। हमेशा की तरह रविवार सुबह करीब 5 बजे रवि रंजन मवेशियों को रोटी खिलाते हुए अपने गोदाम के पास पहुंचे तो देखे की यहां से धुंआ उठ रहा है। जिसके बाद इसकी जानकारी थाने में दी। थाने ने फौरन ही फायर ब्रिगेड कंट्रोल रुम को सूचना दी। जिसके बाद युद्ध स्तर पर आग बुझाने का काम चालू हुआ, लेकिन तब तक आग विकराल रुप धारण कर लिया था।
जेसीबी की मदद से दीवारों को तोड़ते हुए तीन जगहों पर प्रवेश द्वार बनाया गया। इन्हीं द्वारों से फायर मैन आग बुझाने का काम शुरु किया। एक तरफ तीनों तरफ से फायर मैन नोजल पाइप के माध्यम से पानी की बौछार कर रहे थे तो दूसरी तरफ बोरियां सुलगते जा रही थी। यहां तक की अग्निशमन वाहनों को 40 बार पानी भरकर ले जाना पड़ा। इसके बावजूद खबर लिखे जाने तक गोदाम से धुंआ उठता रहा।
फायर बिग्रेड ने लगा दिए पूरे वाहन
यहां पर कंट्रोल रुम ने सुबह 5 बजे से लेकर 12 बजे तक पूरे 4 वाहन लगा दिए थे। सिर्फ एक वाहन को ही कंट्रोल रुम में खड़ा करके रखा गया था। कंट्रोल रुम प्रभारी शैलेन्द्र दुबे, थाना प्रभारी अरविंद जैन स्वयं ही यहां पर मोर्चा संभाले हुए थे। अग्निशमन वाहनों में पानी की कमीं न होने पाए। जिसके लिए समीप ही ट्रांसपोर्ट नगर में लगे बोरपंप का उपयोग किया गया। सरपंच पति वाजिद खान भी ग्रामीणों के साथ यहां पर मुस्तैद दिखाई दिए।
शार्ट-सर्किट की जता रहे संभावना
गोदाम के अंदर एक बल्व ही जल रहा था। प्राथमिक रुप से शार्ट-सर्किट की संभावना जताई गई है। गोदाम संचालक प्रदीप कुमार ने बताया कि इस गोदाम में जूट की बोरियों के रिपेयरिंग का काम किया जाता है। जिसकी सप्लाई शासन और निजी बाजार में की जाती है। गेहूं खरीदी में बोरियां सप्लाई करने की तैयारी उनकी रही। जिसके चलते बोरियों की सिलाई करते हुए बनाए गए थे। उन्हें क्या पता था कि इस तरह की अनहोनी घटना घटित होगी।
दोपहर बाद एक्टिव हुए अफसर
सोशल मीडिया में जानकारी लगी तो दोपहर बाद अफसर भी एक्टिव हुए और इसे लेकर मैदान पर मौजूद अधिकारियों को दिशा निर्देश देते रहे। गनीमत रही कि इस आग को आसपास नहीं फैलने दिया गया। गोदाम के एक तरफ का स्थान तो खाली रहा, लेकिन दूसरी तरफ का हिस्सा रहवासी क्षेत्र से जुड़ा हुआ था। टीम की कोशिश रही कि आग को गोदाम के अंदर ही पूरी तरह से रोक दिया जाए। बोरियों को बहार मैदान में निकालने का क्रम चलता रहा।
Created On :   24 April 2023 5:39 PM IST