डॉ. येवले ने संभाला कुलगुरु पद का जिम्मा
डिजिटल डेस्क, नागपुर। यूनिवर्सिटी के प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने मंगलवार को औरंगाबाद स्थित डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर मराठवाड़ा विश्वविद्यालय के कुलगुरु पद का जिम्मा संभाला। इसके पूर्व सोमवार को राज्यपाल कार्यालय ने उनके बतौर कुलगुरु चयन की घोषणा की गई थी। कुलगुरु पद का जिम्मा संभालने के बाद डॉ. येवले ने ‘दैनिक भास्कर’ से बातचीत में मराठवाड़ा विश्वविद्यालय को नई दिशा देने पर उनकी नई योजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि, महाराष्ट्र के सबसे प्राचीन विश्वविद्यालयों में से एक जिसे भारतरत्न डॉ.बाबासाहब आंबेडकर के नाम से जाना जाता है। उस विश्वविद्यालय के कुलगुरु पद की जिम्मेदारी राज्यपाल ने दी है, मैं उनका आभारी हूं। इस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु के नाते काम करने का मौका मिला है, इसे अपना सौभाग्य है। इस नई जिम्मेदारी में विश्वविद्यालय के प्रशासकीय कामकाज के साथ पाठ्यक्रमों के विकास और रिसर्च को बढ़ावा देना है।
रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति के प्रयास
देश में लागू होने जा रही नई शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय में करने के लिए बहुत से काम हैं। स्वयं, कौशल विकास आधारित पाठ्यक्रम शुरू करने हैं। इस विश्वविद्यालय में भी राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों की ही तरह कुछ समस्याएं हैं। शिक्षक और गैर-शिक्षक पदों पर वैकेंसी बहुत है। इस विश्वविद्यालय में प्रशासनिक स्तर पर भी कुछ चुनौतियां हैं। कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक पद पर स्थाई नियुक्तियां नहीं है। मेरी कोशिश होगी कि, जल्द से जल्द इन पदों पर नियुक्तियां हो सके। इसके अलावा संलग्नित कॉलेजों को भी सही दिशा देनी है। हांलाकि इसका कार्यभार भी नागपुर विश्वविद्यालय जितना ही है। अगले कुछ दिनों में यूनिवर्सिटी को पूरी तरह समझ कर ऊर्जा के साथ काम करना है। बता दें कि, अब तक नागपुर यूनिवर्सिटी में प्र-कुलगुरु पद का जिम्मा संभाल रहे थे। उन्हें नागपुर विश्वविद्यालय की परीक्षा प्रणाली और पीएचडी प्रक्रिया में सुधार लाने का श्रेय दिया जाता है। वहीं पाठ्यक्रम पढ़ाने के लिए नियमित शिक्षक नहीं होने पर प्रवेश प्रतिबंधित करने जैसे साहसिक निर्णय भी डॉ. येवले ने लिए हैं।
Created On :   17 July 2019 8:57 AM GMT