एमपी टूरिज्म के झंकार होटल से चाय और नाश्ते की जांच के बाद एरोड्रम लाया गया था स्वल्पाहार

Aerodrome after checking tea and snacks from Jhankar Hotel of MP Tourism
एमपी टूरिज्म के झंकार होटल से चाय और नाश्ते की जांच के बाद एरोड्रम लाया गया था स्वल्पाहार
खजुराहो एयरपोर्ट में पांच किलोमीटर की दूरी से आई थी मुख्यमंत्री के लिए चाय एमपी टूरिज्म के झंकार होटल से चाय और नाश्ते की जांच के बाद एरोड्रम लाया गया था स्वल्पाहार

डिजिटल डेस्क,छतरपुर। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए जिस ठंडी चाय का मामला पूरे प्रदेश भर में सुर्खियों में है, यह स्वल्पहार एमपी टूरिज्म के झंकार होटल से खजुराहो एयरपोर्ट में पहुंचा था। भास्कर की पड़ताल में यह बात सामने आई है कि वह चाय और नाश्ता 5 किलोमीटर की दूरी से एरोड्रम पहुंचा था। इतना ही नहीं एमपी टूरिज्म के होटल से यहां स्वल्पहार न सिर्फ जांच के बाद टर्मिनल में पहुंचा था, बल्कि इसके सैंपल भी लिए गए थे। सीएम के टूर प्रोग्राम के लिए निर्धारित समय से ग्वालियर से 1.20 घंटे की देरी से खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सीएम रनवे में भाजपा नेताओं से मुलाकात करने के बाद सीधे रीवा के लिए रवाना हो गए थे। ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या ठंडी चाय सीएम को रनवे या फिर विमान में दी गई थी। इधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया है कि सीएम ने चाय नहीं पी है, बल्कि उनके साथ आए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सांसद वीडी शर्मा और भाजपा नेताओं तथा अफसरों ने चाय पी थी।

मामला तूल पकड़ने के बाद एसडीएम ने लिया यू-टर्न

एसडीएम के नोटिस से प्रदेशभर में बवाल मचने के बाद देर शाम उन्होंने यू-टर्न लिया है। राजनगर एसडीएम ने स्वीकार किया कि चाय सीएम ने नहीं पी है। वे बोले- कि खुद उन्होंने चाय का सेवन किया है, तब वह ठंडी थी। सच्चाई चाहे जो भी, लेकिन पत्र से प्रदेशभर में चाय पर सियासत गर्म हो गई है।

कांग्रेस ने सीएम पर निशाना साधा तो भाजपा ने एसडीएम

कलेक्टर-एसडीएम के दो पत्र के सामने आने के बाद प्रदेशभर में सच को लेकर संशय की स्थिति निर्मित हो गई है। इस मामले में कांग्रेस जहां आक्रामक है, वहीं अब भाजपा ने एसडीएम पर ही निशाना साधा है। हालांकि कलेक्टर के आदेश के बाद एसडीएम जरूर बैकफुट में आ गए हैं।

दरअसल तेज एयर कंडीशनर के असर से ठंडी हुई चाय

दैनिक भास्कर ने एयरपोर्ट के प्रोटोकॉल को जाना तो पता चला कि वहां वीवीआईपी के आने पर सभी विभागों के अफसरों की ड्यूटी लगाई जाती है। इस मामले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने न सिर्फ खुद सेवन करके फूड की क्वालिटी चेक की थी, बल्कि खाद्य पदार्थों के नमूने भी लिए थे। विभाग के सूत्रों के मुताबिक वहां एसी तेज था। जब सीएम को रीवा के लिए रवाना कर नेता व अफसर वापस आए, तब उन्होंने चाय पी व इसके ठंडी होने की शिकायत की। क्योंकि तेज एयर कंडीशनर ने गर्म चाय को ठंडा कर दिया था।

डीएम के आदेश के बाद एसडीएम के बदले सुर

राजनगर एसडीएम डीपी द्विवेदी के आदेश से सीएम के प्रोटोकॉल में चूक का मामला सार्वजनिक होने के बाद हड़कंप मच गया। यह मामला जब कलेक्टर के संज्ञान में आया तो उन्होंने इसकी जांच कराई। जांच के कलेक्टर संदीप जीआर ने मामले में हस्तक्षेप करते हुए एसडीएम के द्वारा कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी को जारी कारण बताओ नोटिस को निरस्त करने के आदेश दिए। कलेक्टर ने इस मामले में सफाई देते हुए पत्र में साफ लिखा कि मुख्यमंत्री के प्रोटोकॉल के उल्लंघन में कोई चूक नहीं हुई है। ऐसी कोई सूचना मुख्यमंत्री कार्यालय से नहीं दी गई है। कलेक्टर के इस आदेश के बाद राजनगर एसडीएम के अचानक सुर बदल गए है।
 

Created On :   13 July 2022 7:13 PM IST

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