10वीं की परीक्षा: कोकण विभाग का रिजल्ट 99.01 प्रतिशत, मुंबई में पुनर्परीक्षा के नतीजे सबसे खराब

कोकण विभाग का रिजल्ट 99.01 प्रतिशत, मुंबई में पुनर्परीक्षा के नतीजे सबसे खराब
  • मुंबई विभाग के भी 95.83 फीसदी विद्यार्थी रहे सफल
  • 15,49,326 विद्यार्थियों ने दिया था इम्तिहान
  • कोकण विभाग का रिजल्ट 99.01 प्रतिशत

डिजिटल डेस्क, पुणे/मुंबई. महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा मार्च 2024 में ली गई दसवीं कक्षा की परीक्षा के नतीजे सोमवार 27 मई को जारी हुए। राज्य के 95.81 फीसदी बच्चे उत्तीर्ण हुए हैं। नतीजों में लड़कियों ने लड़कों पर बढ़त बनाए रखी। 97.21 फीसदी लड़कियां पासहुईं तोलड़कों का रिजल्ट 94.56 फीसदी रहा। बात विभाग की करें तो 99.01 फीसदी के साथकोंकण विभाग ने अव्वल आने की परंपरा को बरकरार रखा है। जबकि नागपुर के 94.73 फीसदी विद्यार्थी ही पास हो सके।प्रदेश में 13,430 विद्यार्थियों ने90 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल किए हैं।

15,49,326 विद्यार्थियों ने दिया था इम्तिहान

बोर्ड के अध्यक्ष शरद गोसावी ने सोमवार 27 मई को प्रेस वार्ता में 10वीं के नतीजों की घोषणा की। राज्य बोर्ड की ओर से1 मार्च से 26 मार्च के दौरान दसवीं की परीक्षा ली गई थी।15,49,326 विद्यार्थियों ने इम्तिहान दिया था। जिसमें से 14,84,441 विद्यार्थी पास हुए हैं। दसवीं कक्षा के पास हुए नियमित छात्रों का प्रतिशत 95.81 रहा। जबकि 25 हजार 327 रिपीटर्स में से 12 हजार 958 विद्यार्थी ही पास हो सके। जिनका प्रतिशत 51.16 रहा।

पिछले वर्ष की तुलना में 2 फीसदी ज्यादा सफल

पिछले साल से तुलना करें तो इसबार 2 फीसदी ज्यादा बच्चे पास हुए हैं। मार्च 2023 में दसवीं का रिजल्ट 93.83 फीसदी रहा था जबकि मार्च-अप्रैल 2022 में रिजल्ट 96.94 फीसदी आया था। कोरोना कालयानी2021 में दसवीं का रिजल्ट 99.95 फीसदी था। वहीं इस वर्ष मार्च 2024 का दसवीं का रिजल्ट 95.81 फीसदी रहा है।

8,465 दिव्यांग विद्यार्थी उत्तीर्ण

पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, मुंबई, कोल्हापुर, अमरावती, नासिक, लातूर और कोंकण इन नौ विभागीय मंडलों से दसवीं की परीक्षा में 9078 विद्यार्थी बैठे थे।उसमें से 8,465 उत्तीर्ण हुए। दिव्यांगविद्यार्थियों के पास होने का प्रतिशत 93.25 फीसदी रहा। नियमित, रिपीटर्स को मिलाकर 16,21,000 विद्यार्थियों ने इम्तिहान दिया था। उसमें से 15,17,802 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए।

187 विद्यार्थियों ने हासिल किए 100 फीसदी अंक

इसबार 100 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्रों का प्रतिशत बढ़ा है। 187 छात्रों को 100% अंक मिले हैं। जबकि पिछले साल 151 छात्रों को 100% अंक मिले थे। 100 फीसदी अंक हासिल करने वालों में 123 अकेले लातूर विभाग के विद्यार्थी हैं। ऐसे में गुणवत्ता सुधार का लातूरपैटर्न एक बार फिर चर्चा में है।पुणे विभाग के 10, नागपुर 01, छत्रपति संभाजीनगर 32, मुंबई 8, कोल्हापुर 03, अमरावती 07, कोंकण के 3 विद्यार्थियों को 100 फीसदी अंक मिले हैं।

पहली बार मई में घोषणा

इसबार नतीजों की घोषणा जल्दी हुई है। आमतौर पर जून में दसवीं के नतीजे जारी होते थे। 10वीं की परीक्षा खत्म होने के दो महीने के भीतर रिजल्ट घोषित करने में बोर्ड कामयाब रहा है। राज्य बोर्ड की स्थापना 1966 में हुई थी। पिछले साल 10वीं का रिजल्ट 2 जून को, 12वीं का रिजल्ट 25 मई को घोषित किया गया था। बोर्ड अध्यक्ष शरद गोसावी और सचिवअनुराधा ओक ने आश्वासन दिया किअब से परीक्षा और परिणाम की प्रक्रिया समय पर पूरी की जाएगी।

विभागवार परिणाम (प्रतिशत)

पुणे - 96.44 प्रतिशत

नागपुर - 94.73 प्रतिशत

छत्रपति संभाजीनगर - 95.19 प्रतिशत

मुंबई - 95.83 प्रतिशत

कोल्हापुर - 97.45 प्रतिशत

अमरावती - 95.58 प्रतिशत

नाशिक - 95.28 प्रतिशत

लातूर -95.27 प्रतिशत

कोंकण - 99.01 प्रतिशत

मुंबई में पुनर्परीक्षा के नतीजे सबसे खराब

मुंबई विभाग में परीक्षा देने वाले 3,39,269 नियमित विद्यार्थियों में से 3,25,143 सफल रहे हैं। इसके अलावा प्राइवेट परीक्षा देने वाले 14,532 विद्यार्थियों में से 11,418 विद्यार्थी सफल रहे हैं। मुंबई विभाग में दसवीं की परीक्षा देने वाले 94.77 फीसदी छात्र और 96.19 फीसदी छात्राएं सफल रहीं। पुनर्परीक्षा देने वाले मुंबई के विद्यार्थियों के नतीजे सबसे खराब रहे हैं और दोबारा परीक्षा देने वाले 7787 विद्यार्थियों में से सिर्फ 2889 यानी सिर्फ 37.10 फीसदी विद्यार्थी ही पास हो सके हैं। पुनर्परीक्षा दे रहे विद्यार्थियों के मामले में भी कोंकण विभाग का प्रदर्शन सबसे अच्छा है और दोबारा परीक्षा देने वाले 68.37 फीसदी विद्यार्थी सफल रहे हैं।

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Created On :   28 May 2024 12:19 PM GMT

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