धारदार हथियार से गला रेतकर युवक की हत्या

धारदार हथियार से गला रेतकर युवक की हत्या
शरीर पर एक दर्जन से ज्यादा मिले गहरे घाव

डिजिटल डेस्क सतना। रामपुर बाघेलान थाना क्षेत्र के गौहारी गांव में एक युवक की धारदार हथियार से गोदकर हत्या कर दी गई, उसकी गर्दन लगभग अलग थी, वहीं शरीर के अन्य हिस्सों पर एक दर्जन से ज्यादा गहरे घाव थे। इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

फोन आते ही घर से निकला -




टीआई उमेश प्रताप सिंह ने बताया कि अनिल कुमार रवि पुत्र रामदीन चौधरी 28 वर्ष, बुधवार शाम को घर पर था, तभी लगभग 7 बजे मोबाइल पर किसी का फोन आया तो वह जल्दी आने की बात कहकर निकल पड़ा, लेकिन रात 10 बजे तक नहीं लौटा। इस बात से परेशान परिजन ने फोन किया, मगर सम्पर्क नहीं हुआ। रातभर तलाश करने के बाद भी अनिल का पता नहीं चला, ऐसे में पिता गुरुवार की सुबह गुमशुदगी दर्ज कराने थाने पहुंच गए। इसी बीच किसी ग्रामीण को अरहर के खेत में युवक की रक्त-रंजित लाश पड़ी मिल गई, जिसकी सूचना डॉयल 100 के जरिए थाने में दी गई तो परिजनों को लेकर पुलिस टीम फौरन गांव जा पहुंची।

काटी गर्दन, पूरे शरीर पर गहरे घाव -

अनिल की गर्दन को किसी धारदार हथियार से इस तरह रेता गया था कि सिर धड़ से लगभग अलग ही हो गया था, वहीं उसके सीने, पेट, पीठ, दोनों हाथ, कमर, बाएं कूल्हे और बाएं घुटने के पास बका अथवा किसी बड़े चाकू के गहरे और चौड़े घाव थे। लाश की हालत को देखकर यह स्पष्ट हो गया कि युवक पर अचानक हमला नहीं किया गया, बल्कि सोची-समझी साजिश के तहत खेत पर बुलाकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। पुलिस को सर्चिंग के दौरान घटना स्थल पर एक चाकू मिला, मगर प्रथम दृष्टया उससे गले को काटने और शरीर पर गहरे घाव करना संभव प्रतीत नहीं हो रहा था। ऐसे में पूरी संभावना है कि हत्यारा अथवा हत्यारे हथियार अपने साथ ही ले गए।

लाश को घसीटकर खेत के अंदर फेंका -

सनसनीखेज वारदात की जांच के लिए हेडक्वार्टर डीएसपी विजय प्रताप सिंह और वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. महेन्द्र सिंह फॉरेंसिक टीम के साथ मौके पर पहुंचे थे, दोनों अधिकारियों ने बारीकी से आसपास इलाके का मुआयना कर भौतिक साक्ष्य जुटाए। पड़ताल में यह बात सामने आई कि अनिल की हत्या खेत की मेड़ के पास की गई और फिर लाश को घसीटकर अरहर की फसल के बीच छिपा दिया गया। फॉरेंसिक टीम के साथ डॉग स्क्वॉड को भी ले जाया गया था। ऐेसे में जब डॉग को लाश के पास घुमाने के बाद छोड़ा गया तो वह मेड़ पर बनी पगडंड़ी से मृतक के घर तक गया और उसी रास्ते से वापस भी आया, जिससे स्पष्ट हो गया कि युवक घर से खेत तक पैदल चलकर घटना स्थल पर पहुंचा था, जहां पहले से इंतजार कर रहे आरोपियों ने उसकी जान ले ली।

नहीं मिला मोबाइल -

पूरी जांच-पड़ताल में मृतक का मोबाइल फोन नहीं मिला। मृतक के पिता शासकीय शिक्षक हैं, वह दो भाइयों में छोटा था, बड़े भाई का विवाह हो चुका है, मगर शरीर पर सफेद दाग के कारण अनिल की शादी में अड़चन आ रही थी। बहरहाल पुलिस ने मुखबिरों और साइबर सेल के सहयोग से कातिलों तक पहुंचने के प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं, कुछ सुराग भी हाथ लगे हैं। आखिरी फोन कॉल इस हत्याकांड को सुलझाने में अहम कड़ी बन सकता है।

Created On :   14 Dec 2023 10:52 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story