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जबलपुर: जाँच की खबर फैली तो दुकान और गोदाम बंद कर भाग निकले खाद और बीज विक्रेता
- निरीक्षण को पहुँचा कृषि विभाग का दल, सभी की शटर पर नोटिस चस्पा
- अधिकारियों द्वारा निरंतर कृषि आदान सामग्री विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। कृषि विभाग का अमला इन दिनों सक्रिय है। खाद और बीज की दुकानों की जाँच की जा रही है। पाटन क्षेत्र में जाँच के लिए जब टीम पहुँची तो एक दुकान में जाँच हुई जिसकी खबर बाकी की दुकानों को मिल गई।
इसके बाद फटाफट सभी दुकान और गोदाम बंद कर दिए गए और दुकानदार गायब हो गए। जानकारी मिलने पर कृषि विभाग ने सभी दुकानों की शटर पर नोटिस चस्पा किया और 3 दिन में जाँच कराने के निर्देश दिए हैं। कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।
किसानोें को उच्च गुणवत्ता का बीज एव खाद उचित स्तर पर प्राप्त हो सके, इसके लिए कृषि विभाग लगातार निरीक्षण कर रहा है। अधिकारियों द्वारा निरंतर कृषि आदान सामग्री विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण किया जा रहा है।
इसी शृंखला में बुधवार को पाटन विकासखंड के विभिन्न कृषि आदान विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों का औचक निरीक्षण सहायक संचालक कृषि कीर्ति वर्मा एवं जिला परामर्शदाता मुकेश मीणा द्वारा किया गया।
निरीक्षण के दौरान श्री गणेश फर्टिलाइजर एवं राहुल कृषि केन्द्र के गोदाम में भंडारित खाद का पीओएस मशीन से मिलान किया गया। गणेश फर्टिलाइजर द्वारा पीसी जुड़वाए बगैर बीज का भंडारण किया गया था, जिस पर नोटिस जारी कर ऐसा न करने की हिदायत दी गई।
ये हुए दुकान बंद कर गायब
जिला स्तरीय गठित दल के दौरे की जानकारी लगते ही कई विक्रेताओं द्वारा जाँच से बचने के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए। ऐसे प्रतिष्ठानों में पचौरी कृषि केन्द्र पाटन, माँ रेवा कृपा कृषि केन्द्र पाटन, शिवशक्ति कृषि केन्द्र पाटन, किसान एग्रो सीड्स पाटन, माँ अमृता एग्रो एण्ड सेल्स पाटन, श्री पारस बीज भंडार पाटन, प्रशांत बीज भंडार पाटन एवं अरविन्द बीज भंडार पाटन शामिल थे। इन प्रतिष्ठानों में नोटिस चस्पा किए गए तथा उनको तीन दिवस के अंदर अपने समस्त रिकाॅर्ड के साथ उप संचालक कृषि कार्यालय में उपस्थित होने की हिदायत दी गई।
सीड्स ग्रेडर यूनिट को नोटिस
दल द्वारा प्रगति सीड्स के ग्रेडर यूनिट का निरीक्षण किया गया तथा समिति द्वारा उत्पादित बीज का संपूर्ण रिकाॅर्ड देखा गया तथा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्रीकान्त यादव द्वारा बीज के सैम्पल लेकर गुणवत्ता परीक्षण हेतु प्रयोगशाला भेजे गए।
बीज उत्पादन समिति द्वारा उत्पादित बीज की मात्रा एवं ग्रेडिंग के बाद पैकिंग के लिए तैयार बीज की मात्रा के स्टाॅक का मिलान किया गया तथा बीज प्रमाणीकरण संस्था द्वारा फेल किए गए लॉट की जानकारी मौके पर उपलब्ध नहीं कराने के कारण उक्त जानकारी दो दिन के अंदर प्रस्तुत करने हेतु निर्देशित किया गया।
Created On :   13 Jun 2024 7:26 PM IST