- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- पिछली बार की तुलना में इस बार वयस्क...
jabalpur News: पिछली बार की तुलना में इस बार वयस्क गिद्ध की संख्या रही दोगुनी
jabalpur News । विलुप्त हो रही िगद्धों की गणना का प्रदेश व्यापी कार्यक्रम सोमवार से प्रारंभ हुआ। 17 से 19 फरवरी के बीच तीन दिवसीय गिद्ध गणना को लेकर जबलपुर में भी वन िवभाग की सभी बीटों में टीमें तैनात रहीं। सुबह 7 से 8 बजे के बीच होने वाले गणना कार्यक्रम में जबलपुर वनमंडल के पाटन परिक्षेत्र की कटंगी बीट में तमोरिया पहाड़ी पर 49 और शहपुरा परिक्षेत्र के बेलखेड़ा बीट में 8 िगद्ध नजर आए। इसमें महज 3 िगद्ध ही अवयस्क रहे, जबकि पिछले साल इनकी संख्या 20 थी। इस तुलना में इस बार वयस्क िगद्धों की संख्या लगभग दोगुनी रही। पक्षीविदों के अनुसार ये अच्छे संकेत हैं, क्योंकि बीते सालों में तरह-तरह की बीमारियों की वजह से लगातार िगद्धों की संख्या कम होती जा रही थी और ये
िवलुप्ति की कगार पर पहुंच गएथे।
दरअसल गिद्धों के विलुप्त होने के बाद किए गए कई शोधों के बाद पता चला कि गिद्धों की संख्या डाइक्लोफेनाक नामक रसायन की वजह से कम हो रही है। दरअसल मवेशियों को दिए जाने वाले डाइक्लोफेनाक नामक इंजेक्शन के कारण यह रसायन िगद्धों के शरीर में पहुँच रहा था। इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट ने डाइक्लोफेनाक दवा पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके बाद िगद्धों की संख्या लगातार बढ़ने लगी। देश के अलग-अलग राज्यों की तरह जबलपुर में भी कई ऐसे स्थान हैं, जहां िगद्धांे का पूरा बसेरा है, इसलिए कुछ वर्षों से इनकी गणना की जा रही है।
कुंडम और बरगी में भी मिले प्रमाण
वैसे तो िगद्धों का बसेरा पाटन और शहपुरा बीटों में ही पाया जाता है लेकिन इस वर्ष कुंडम आैर बरगी के पहाड़ी से लगे जंगलों में भी िगद्धों की मौजूदगी के प्रमाण मिले हैं। इसमें कुछ ग्रामीणों की सूचनाओं के आधार पर सोमवार को वन िवभाग की टीम संभावित स्थानों पर पहुंची थी, लेकिन वहां िगद्ध नजर नहीं आए। पी-4
वर्जन
प्रदेश व्यापी िगद्ध गणना कार्यक्रम के तहत सभी बीटों में टीमंे बनाकर गणना कराई जा रही है। पहले दिन 54 वयस्क और 3 अवयस्क िगद्ध नजर आए हैं।
-ऋषि मिश्र, डीएफओ जबलपुर
Created On :   17 Feb 2025 10:54 PM IST