जबलपुर: ज्वलनशील सामग्री के गोदामों पर अधिकारियों की मेहरबानी शहर पर भारी पड़ सकती है ये लापरवाही

  • बड़ी घटना होने पर खुलती है जिम्मेदारों की नींद
  • कई रिहायशी इलाकों में बरकरार है खतरा
  • गुरंदी में आग लगने की बड़ी घटनाएँ होने के बाद भी ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों को नहीं हटाया जा रहा है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर के रिहायशी इलाकों में चल रहे टायर, रूई, फर्नीचर, कागज, प्लास्टिक के ड्रम, पॉलीथिन और कबाड़खानों पर प्रशासन मेहरबान नजर आ रहा है। हरदा में हुए अग्नि हादसे के बाद केवल पटाखा दुकानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों को खुली छूट दे दी गई। हैरान करने वाली बात यह है कि फायर ब्रिगेड के अधिकारी खुद ही रिहायशी इलाकों से ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों को हटाने के लिए कई बार जिला प्रशासन को पत्र भेज चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

लोगों का कहना है कि जिम्मेदारों की ये लापरवाही पूरे शहर पर भारी पड़ सकती है। रिहायशी इलाकों में चल रहे ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों को शीघ्र हटाया जाना चाहिए।

शहर के गोलबाजार, मदन महल-आमनपुर, रद्दी चौकी, पसियाना, न्यू आनंद नगर, नया मोहल्ला, मुकादमगंज, मनमोहन नगर, बल्देवबाग, गलगला और गुरंदी में आग लगने की बड़ी घटनाएँ होने के बाद भी ज्वलनशील पदार्थों के गोदामों को नहीं हटाया जा रहा है।

क्षेत्रीय नागरिक कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

अग्नि हादसों से नहीं लिया सबक

जिला प्रशासन और नगर निगम के आला अधिकारियों ने शहर में हुए बड़े अग्नि हादसों से कोई सबक नहीं लिया है। हादसे होने के बाद प्रशासन के अधिकारी कुछ दिन सक्रियता दिखाते हैं। इसके बाद सब कुछ भूल जाते हैं।

दमोह नाका निवासी राकेश दुबे और संजय राय का कहना है कि वर्ष 2022 में दमोह नाका में एक निजी अस्पताल में हुए अग्नि हादसे के बाद प्रशासन हरकत में आया था, इसके बाद सब कुछ भुला दिया गया।

हो चुकी हैं बड़ी दुर्घटनाएँ

शहर में कई बड़े अग्नि हादसे हो चुके हैं। 23 नवंबर 2023 को गलगला में एक प्लास्टिक गोदाम में आग लग गई थी। वर्ष 2009 में गढ़ा रामलीला मैदान में पटाखा बाजार में आग लग गई थी।

इससे पूरा पटाखा बाजार जलकर राख हो गया था। वर्ष 2022 में प्रेमनगर गढ़ा में एक टेन्ट हाउस के गोदाम में आग लगी थी। वर्ष 2022 में पसियाना में रिहायशी इलाके में चल रहे रूई गोदाम में आग लग गई थी।

शहर के रिहायशी इलाकों से ज्वलनशील पदार्थों के कारखाने और गोदामों को हटाने के लिए समय-समय पर जिला प्रशासन के अधिकारियों को पत्र लिखा जाता है। जिला प्रशासन के साथ मिलकर ऐसे गोदामों को हटाने की कार्रवाई भी की जाती है।

- कुशाग्र ठाकुर, फायर अधीक्षक, नगर निगम

Created On :   9 Feb 2024 9:34 AM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story