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जबलपुर: दुर्घटना रोकने के लिए बने स्पीड ब्रेकर ही बन रहे दुर्घटनाओं का कारण
- शहर में कई जगह ठेकेदारों ने बिना मानकों के ही करा दिए निर्माण
- दर्जनों ब्रेकर ऐसे जिनमें उछल रहे वाहन,आए दिन गिरकर घायल हो रहे वाहन चालक
- नगर निगम इंजीनियरों को होश ही नहीं
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर की दर्जनों सड़कें ऐसी हैं जिनमें बिना सोचे-समझे कहीं भी नगर निगम ने स्पीड ब्रेकर बनाना शुरू कर दिया है। कितनी मोटाई, कितनी ऊँचाई और कितनी दूरी में यह बनाने चाहिए इसका कहीं कोई ख्याल ही नहीं रखा जा रहा है।
बस डामर, गिट्टी का लेप लिया और सड़क से 6 से 8 इंच ऊपर तक इनको एक सीधी लाइन के रूप में बना दिया गया है। गेट नंबर चार से स्नेह नगर मार्ग पर स्पीड ब्रेकर 8 इंच ऊँचा बना है।
यहाँ पर रात के समय वाहन चालक सड़क पर स्पीड ब्रेकर की वजह से ही गिरकर घायल हो रहे हैं। गढ़ा गौतम मढ़िया से आनंद कुंज मार्ग पर स्पीड ब्रेक ऐसे बनाये गये हैं कि ये रात में नजर ही नहीं आते हैं।
छोटे चके वाला स्कूटर चालक इनमें गति के साथ गिरकर घायल हो रहे हैं। इसी तरह त्रिमूर्ति नगर एरिया, बल्देवबाग के अंदर की अनेकों काॅलोनियों की सड़कों पर बने स्पीड ब्रेकर लोगों के लिए हादसों का कारण बने हुये हैं।
लोगों का कहना है कि नगर निगम लोक निर्माण विभाग के इंजीनियरों को होश नहीं है कि स्पीड ब्रेकर किस अंदाज में बन रहे हैं। इनमें मानकों का पालन हो रहा है या नहीं इसकी ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
रोड स्पीड ब्रेकर के लिए हैं नियम
स्पीड ब्रेकर को बनाने के बाद दोनों ओर स्लोप दिया जाए, ताकि वाहन स्लो होकर बगैर झटका खाए निकल जाए। 6 से 8 इंच तक ऊँचाई वाले और बगैर स्लोप के ब्रेकर नहीं बनाए जाने चाहिए। स्पीड ब्रेकर के पहले चेतावनी चिह्न लगे होने चाहिए।
शहरी सीमा के बाहर तेज गति वाली सड़कों या राजमार्गों पर स्पीड ब्रेकर की अनुशंसा नहीं की जाती है। आवासीय क्षेत्रों, स्कूल-कॉलेजों या विश्वविद्यालय परिसरों, अस्पतालों आदि में चयनित स्थानीय सड़कों पर ही ये बनाये जा सकते हैं।
इंडियन रोड कांग्रेस कहती है कि जब बहुत जरूरी हो तभी ये बने नहीं तो कॉशन बोर्ड, रोड मार्किंग से वाहनों की गति को नियंत्रित करने की कोशिश की जाए।
सड़कों पर हालत ऐसी
कहीं 8 इंच तो कहीं 10 इंच तक ऊँचाई के स्पीड ब्रेकर बने हैं। जहाँ बने हैं उसके पहले कोई कॉशन बोर्ड नहीं, न किसी तरह की मार्किंग है, न किसी तरह से इसमें रेडियम लगाकर आगाह करने की चेतावनी है। लोगों का कहना है कि सड़कों पर अनाप-शनाप तरीकों से इन्हें ठेकेदार के भरोसे बना दिया गया है।
Created On :   22 Feb 2024 9:31 AM GMT