रेस्क्यू: टापू में घिरे युवकों की 14 घंटे तक थमी रहीं साँसें, रस्सी के सहारे निकाला गया बाहर

भेड़ाघाट के गोपालपुर की घटना, पूरी रात निगरानी में जुटी रही अधिकारियों की टीम

डिजिटल डेस्क जबलपुर। भेड़ाघाट थाना क्षेत्र स्थित गोपालपुर गाँव में रविवार की शाम नर्मदा नदी में मछली पकडऩे गये 4 युवक नदी का जलस्तर बढऩे से टापू में घिर गये थे। टापू में घिरे युवकों का रेस्क्यू करने एसडीआरएफ की टीम के नाकाम होने पर देर रात सेना बुलानी पड़ी थी। टापू पर बैठे युवकों की साँसें पूरी रात थमी रहीं और सुबह 6:16 बजे के करीब रेस्क्यू टीम द्वारा उन्हें रस्सी के सहारे नदी से बाहर निकाला गया। रेस्क्यू सफल होने के बाद पूरी रात निगरानी में जुटे रहे अधिकारियों ने राहत की साँस ली।

सूत्रों के अनुसार गढ़ा पुरवा निवासी मनीष केवट उम्र 35 वर्ष, अमित केवट उम्र 30 वर्ष, संतोष केवट उम्र 38 वर्ष, शुभम केवट उम्र 26 वर्ष रविवार की दोपहर गोपालपुर में नर्मदा नदी के घाट पर पहुँचे थे। सभी लोग मछली पकडऩे के लिए नदी के बीच बने दो टापुओं पर जाकर बैठ गये थे। शाम साढ़े 5 बजे के करीब अचानक नदी का जलस्तर बढऩे से दो अलग-अलग टापुओं पर बैठे युवक नदी के बीच घिर गये थे। उनका शोरगुल सुनकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी उसके बाद उन युवकों को नदी से निकालने का प्रयास शुरू किया गया था लेकिन लगातार नदी का बहाव तेज होने के कारण उन्हें नदी से नहीं निकाला जा सका था। देर रात एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया था लेकिन तब तक अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू करना मुश्किल रहा।

रेस्क्यू के दौरान पलट गई थी नाव

ज्ञात हो कि रविवार की रात रेस्क्यू करने में जुटी एसडीआरएफ की टीम में शामिल जवान नाव से टापू तक पहुँचे थे लेकिन तभी नाव पलट गई थी। नाव में मेजर रामदीन, मेजर पुखराज और विजय सवार थे। नाव बह गई थी, जिसके बाद टीम द्वारा रेस्क्यू करके रामदीन व पुखराज को निकाला गया था, वहीं उनका साथी विजय कुछ देर बाद नदी से बाहर आ सका था।

एक छोर से दूसरे छोर तक बाँधी रस्सी

नदी का जलस्तर कम नहीं होने पर रविवार को रात 12 बजे रेस्क्यू बंद कर दिया गया था। इस मौके पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा भोपाल से एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू के लिए बुलाया गया था। एनडीआरएफ की टीम सुबह साढ़े 5 बजे के करीब घटनास्थल पर पहुँची थी। टीम के सदस्य तैरकर नदी के पार पहुँचे और दूसरे छोर पर रस्सी बाँधी गई, उसके बाद उसी रस्सी के सहारे टापू पर बैठे युवकों को नदी से बाहर निकाला गया। एनडीआरएफ टीम में इंस्पेक्टर सुनील कुमार व सत्यजीत सिंह ने अपनी 24 सदस्यीय टीम के साथ करीब आधे घंटे में रेस्क्यू पूरा कर लिया।

एयरलिफ्ट कराने की थी तैयारी

रेस्क्यू के दौरान मौके पर मौजूद कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन, एसपी टीके विद्यार्थी एवं सैन्य अधिकारियों के बीच हुई चर्चा के बाद टापू पर बैठे युवकों को एयरलिफ्ट कर बाहर निकाले जाने के लिए रायपुर स्थित एयरफोर्स की टीम को बुलाने की तैयारी थी। रविवार शाम से रेस्क्यू पूरा होने तक बारिश नहीं होने व सुबह तक नदी का बहाव कम होने के कारण एयरलिफ्ट कराने की जरूरत नहीं पड़ी।

बेहोश हुआ एक युवक

पूरी रात टापू पर साँसें थामे बैठे 4 युवकों को सुबह रस्सी के सहारे बाहर निकाले जाने के दौरान एक युवक टापू से उतरते ही बेेहोश हो गया था। रेस्क्यू टीम के सदस्यों द्वारा उसे होश में लाया गया और सहारा देकर उसे बाहर निकाला गया। उसे मिर्गी आती है जिसके कारण वह बेहोश हो गया था।

युवाओं की जुबानी: हर पल सता रहा था मौत का डर

नदी के किनारे से टापू की दूरी करीब 3 सौ फीट थी और तेज बहाव के कारण ऐसा लग रहा था कि छोटे वाले टापू पर बैठे युवक कभी भी बह सकते हैं। सुबह बाहर निकलने पर उनका कहना था कि पूरी रात मुश्किल से काटी, हर पल उन्हें मौत का डर सता रहा था। उधर सुरक्षित नदी से बाहर निकलने पर चारों युवकों ने रेस्क्यू में जुटी पूरी टीम का शुक्रिया अदा किया।

Created On :   10 July 2023 9:23 PM IST

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