अब विवि में भी सरकारी कॉलेजों के बराबर होगी पढ़ाई की फीस

अब विवि में भी सरकारी कॉलेजों के बराबर होगी पढ़ाई की फीस
कई पाठ्यक्रमों में शुल्क कम होने के कारण रादुविवि प्रशासन ने लिया निर्णय

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय प्रशासन नए सत्र से कई पाठ्यक्रमों की फीस में बढ़ोत्तरी करने की तैयारी कर रहा है। ज्यादातर पाठ्यक्रमों में अब सरकारी काॅलेजों के बराबर ही फीस ली जाएगी। काॅलेजों में विषयवार शुल्क की तुलना के बाद इसका निर्धारण किया जाएगा। प्रवेश समिति के अध्यक्ष प्रो. शैलेष चौबे को इस संबंध में तुलनात्मक अध्ययन करने की जिम्मेदारी दी गई है।

जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का शुल्क तो सामान्य है, लेकिन कई परम्परागत पाठ्यक्रमों के शुल्क में कई वर्षों से कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई है, जिससे उसका शुल्क बहुत कम है। विवि प्रशासन ने ऐसे में पाठ्यक्रमों की फीस बढ़ाने की तैयारी कर ली है। शहर के सरकारी काॅलेजों में पाठ्यक्रमों का शुल्क जैसा लिया जाता है उसकी जानकारी जुटाकर विश्वविद्यालय प्रशासन भी अपने यहाँ संचालित पाठ्यक्रमों का शुल्क तय करेगा। जानकारी के अनुसार सरकारी कॉलेजों में एक पीजी के एक सेमेस्टर का शुल्क दो हजार से ज्यादा लिया जाता है जबकि विवि में यही शुल्क डेढ़ हजार के आसपास लगता है।

स्नातकोत्तर के विषय का शुल्क कम

रादुविवि में संचालित स्नातकोत्तर खास तौर पर एमए से जुड़े अधिकांश विषयों में शुल्क बहुत कम है। कई सालों से प्रशासन ने शुल्क नहीं बढ़ाया है, जबकि परीक्षा से जुड़े शुल्क में पहले ही बढ़ोत्तरी हो चुकी है। ऐसे में अब स्नातकोत्तर के अधिकांश पाठ्यक्रमों की जानकारी लेकर सरकारी काॅलेजों में संचालित पाठ्यक्रम की कमेटी फीस का निर्धारण करेगी।

कई सालों से परम्परागत पाठ्यक्रमों का शुल्क नहीं बढ़ाया गया है। इसलिए कमेटी जल्द ही सरकारी काॅलेजों से संपर्क कर शुल्क का ब्यौरा लेगी। जिसके आधार पर विश्वविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रमों में शुल्क का निर्धारण किया जाएगा।

डाॅ. दीपेश मिश्रा, कुलसचिव रादुविवि

Created On :   14 Jun 2023 7:51 AM GMT

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