विस्फोट मामला: अब एनआईए की एंट्री, पता लगा रही कैसे हुआ धमाका, पुलिस से माँगी घटनाक्रम की रिपोर्ट

अब एनआईए की एंट्री, पता लगा रही कैसे हुआ धमाका, पुलिस से माँगी घटनाक्रम की रिपोर्ट
  • एनएसजी की टीम ने कबाड़खाने के चप्पे-चप्पे में ली तलाशी, नष्ट किए जाएँगे बमों के स्क्रैप
  • कबाड़ में मिले एक्सपायरी डेट के बम और उनके खोखों को संभवत: मंगलवार को नष्ट किया जाएगा।
  • शमीम कबाड़ी की गिरफ्तारी के लिए 15 हजार का इनाम घोषित किया गया है।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। अधारताल थाना क्षेत्र स्थित खजरी-खिरिया बायपास पर हिस्ट्रीशीटर शमीम कबाड़ी के कबाड़खाने में 25 अप्रैल को हुए विस्फोट की जाँच में अब एनआईए- नेशनल इन्वेटीगेशन एजेंसी की भी एंट्री हो गयी है।

एनआईए यह पता लगाने में जुटी है कि विस्फोट कैसे हुआ। वहीं घटना की जाँच में जुटी सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस से पूरे घटनाक्रम की जाँच रिपोर्ट माँगी गई है। उधर घटना की जाँच में जुटी एनएसजी की टीम ने सोमवार को कबाड़खाने की बारीकी से जाँच कर स्क्रैप में खरीदे गए बम के खोखों को एकत्रित किया है।

कबाड़ में मिले एक्सपायरी डेट के बम और उनके खोखों को संभवत: मंगलवार को नष्ट किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह एनएसजी की टीम द्वारा कबाड़खाने का कोना-कोना तलाशा गया और स्क्रैप में खरीदे गए संदिग्ध बम व खोखों को जब्त कर उनकी गिनती की गयी। इनमें कितने बम सक्रिय हैं और कितने निष्क्रिय, इसकी जाँच की गई।

जानकारों के अनुसार एनएसजी की जाँच पूरी होने के बाद मंगलवार को स्थानीय पुलिस की मदद से कबाड़ में मिले आयुध से जुड़े स्क्रैप को नष्ट किया जाएगा। इसके लिए पुलिस से रेत से भरी बोरियाँ माँगी गयी हैं। नष्टीकरण के दौरान हाेने वाले धमाके से किसी प्रकार की क्षति न हो, इसके लिए पूरे प्रोटाेकाॅल का पालन किया जाएगा।

कहाँ से आया आयुध स्क्रैप

कबाड़खाने में विस्फोट के बाद शमीम कबाड़ी के बेटे फहीम द्वारा पुलिस को जो दस्तावेज दिखाए गए हैं, उसमें खमरिया एलपीआर रेंज में गिरने वाले बमों के खोखों को उठाने का ठेका उसके नाम पर होना बताया गया है। इस बात की पुष्टि पुलिस के आला अफसरोंं द्वारा की गई है।

वहीं आयुध निर्माणी खमरिया के जनसंपर्क अधिकारी अविनाश शंकर द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गयी है, जिसमें कहा गया है कि निर्माणी द्वारा कोई भी गोला-बारूद का स्क्रैप शमीम कबाड़ी की फर्म को नहीं बेचा गया है। इस बीच सवाल ये खड़ा हो रहा है कि कबाड़ी के पास आखिर आयुध स्क्रैप कहाँ से आया। हालांकि इस मामले में गहन पड़ताल जारी है।

शमीम कबाड़ी पर 15 हजार का इनाम

कबाड़खाने में विस्फोट से दो मौतें होने व अपराध की गंभीरता को देखते हुए शमीम कबाड़ी की गिरफ्तारी के लिए 15 हजार का इनाम घोषित किया गया है। जानकारों के अनुसार घटना के बाद से फरार शमीम की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी टीके विद्यार्थी द्वारा 15 हजार के इनाम की घोषणा की गई है।

कबाड़खाने में हुए विस्फोट की घटना के बाद जिले केे सभी छोटे-बड़े कबाड़खानों की नियमित जाँच की जाएगी। जाँच के लिए एसओपी गठित करने के निर्देश दिए गए हैं।

- टीके विद्यार्थी, डीआईजी

किस बारूद से हुआ था विस्फोट

सूत्रोंं के अनुसार एनएसजी की जाँच में यह बात सामने आई है कि कबाड़ में जिस बारूद से विस्फोट हुआ उसे टीएनटी-ट्राई नाइट्रो टुलीन-नाम से जाना जाता है। इसका उपयोग तोप-गोले, हथगोले व हवाई बमों को बनाने में किया जाता है। जानकारों के अनुसार उद्योग धंधों में टीएनटी का उपयोग ड्राई और फोटोग्राफी रसायन बनाने के लिए भी किया जाता है।

कबाड़खाने में ही नष्ट किया जा सकता है स्क्रैप

जानकारों के अनुसार कबाड़खाने से जब्त किए गए आयुध स्क्रैप को नष्ट करने के लिए कबाड़खाने की जगह का उपयोग किया जा सकता है। नष्टीकरण के लिए विस्फोट स्थल पर कुएँ आकार का गड्ढा खोदकर स्क्रैप को उसमें डाला जाएगा और ऊपर से रेत की बोरियों से भरकर उसका नष्टीकरण किया जाएगा।

ऑफिस से जब्त की डीवीआर

जानकारी के अनुसार रविवार को शमीम कबाड़ी के ऑफिस को गिराए जाने के पहले वहाँ लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर जब्त की गयी थी। डीवीआर की जाँच में पता चला है कि शमीम कबाड़ी घटना दिनांक की सुबह 9 बजे कबाड़खाने पहुँचा था और कुछ देर बाद वहाँ से चला गया।

वहीं श्रमिक गौर निवासी भोलाराम भूमिया सुबह 9 बजकर 18 मिनट व आनंद नगर निवासी खलील 11 बजकर 44 मिनट पर कबाड़खाने के अंदर पहुँचे थे। वहीं 7 मजदूर कबाड़खाने में बनी दीवार के पीछे काम कर रहे थे। विस्फोट के बाद सातों वहाँ से जान बचाकर भाग निकले थे।

शमीम ने बना रखा था सिंडिकेट

जानकारी के अनुसार पुलिस रिमांड पर लिए गए शमीम कबाड़ी के पुत्र फहीम व पार्टनर सुल्तान से की गयी पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि आयुध निर्माणियों से स्क्रैप खरीदने के लिए सिंडिकेट काम करता था।

यह पूरा सिंडिकेट शमीम ने बना रखा था। सिंडिकेट में शामिल जिस भी कबाड़ी को स्क्रैप का ठेका मिलता था, वह शमीम के कबाड़खाने में पहुँच जाता था।

वहीं एनआईए की जाँच में यह बात भी सामने आई है कि स्क्रैप का ठेका किसी सलमान के नाम पर था। जाँच टीम यह पता लगाने में जुटी है कि सलमान कौन है और शमीम का उससे क्या संबंध है।

Created On :   30 April 2024 5:02 PM IST

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