- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- जबलपुर
- /
- नोक-झोंक से मिलेगी निजात ऑनलाइन हो...
Jabalpur News: नोक-झोंक से मिलेगी निजात ऑनलाइन हो सकेगा भुगतान
- रेलवे सीनियर डीसीएम ने टिकट बुकिंग सुपरवाइजरों से किया सीधा संवाद
- सुझाव भी सुने और दिया निराकरण का आश्वासन
- ऑनलाइन पेमेंट की प्रक्रिया के प्रारंभिक चरण में कुछ दिक्कतें भी सामने आई हैं।
Jabalpur News: रेल प्रशासन द्वारा रेलवे में धीरे-धीरे नकद भुगतान के चलन को समाप्त कर ऑनलाइन पेमेंट को पूरी तरह से लागू करने का प्रयास किया जा रहा है। खासकर टिकट बुकिंग काउंटरों पर नकद भुगतान को पूरी तरह से बंद करने की कोशिश है।
इसके पीछे तर्क यह दिया जा रहा है कि टिकट बुकिंग के दौरान चिल्लर न होने पर नोक-झोंक की स्थिति बनती है, कभी-कभार दो पाँच रुपए चिल्लर न होने पर जब कर्मचारी उन्हें वापस नहीं करते हैं तो वे विजिलेंस की नजर में गड़बड़ी की श्रेणी में आते हैं और कसूरवार कहलाते हैं। इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए ही ऑनलाइन पेमेंट की अनिवार्यता की जा रही है।
जानकारों का कहना है कि ऑनलाइन पेमेंट की प्रक्रिया के प्रारंभिक चरण में कुछ दिक्कतें भी सामने आई हैं। नेटवर्क न मिलने के कारण कई बार पैसा कटने के बाद भी रेलवे तक नहीं पहुँच रहा है, तो वहीं टिकट बनाने में देरी होने पर नोक-झोंक की स्थिति निर्मित हो रही है। इस तरह की समस्याओं से निपटने और आॅनलाइन की अनिवार्यता को लागू करने जबलपुर मंडल के सीनियर डीसीएम डाॅ. मधुर वर्मा ने मंडल के सभी टिकट बुकिंग सुपरवाइजरों से सीधा संवाद किया।
इस दौरान सीनियर डीसीएम-टू शशांक गुप्ता भी उपस्थित रहे।शुक्रवार की शाम वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सुपरवाइजरों से रू-ब-रू होते हुए सीनियर डीसीएम डाॅ. वर्मा ने कहा कि सभी टिकट बुकिंग काउंटरों पर यूपीआई व अन्य ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत ही भुगतान लिया जाना है। अगर कहीं चिल्लर की दिक्कतें आ रही हैं तो इसकी व्यवस्था पहले से ही की जाए, ताकि काउंटरों पर परेशानी न हो।
सुपरवाइजरों ने ये समस्याएँ गिनाईं
सर्वर न होने के कारण लोगों की राशि खाते से कट रही मगर अकाउंट में नहीं पहुँच रही।
राशि कटने के बाद भी उसे काउंटर कर्मचारी द्वारा रिफंड देने का प्रावधान नहीं।
टिकट बनाने में देरी होने से आए दिन बन रही नोक-झोंक की स्थिति।
पहले परीक्षण कराया गया
इस प्रक्रिया को प्रारंभ करने से पहले सीनियर डीसीएम-टू ने स्टाफ के साथ टिकट बुकिंग काउंटरों पर जाकर जाँच की, कि कहाँ कैसी दिक्कतें आ रही हैं और कैसे सुधार किया जा सकता है। इसके बाद इसे प्रभावी बनाया जा रहा है।
ऑनलाइन पेमेंट की अनिवार्यता हेतु टिकट बुकिंग सुपरवाइजरों से संवाद किया गया। उनकी समस्याएँ भी सुनी गईं। वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर उन सभी का निराकरण किया जाएगा।
- शशांक गुप्ता, सीनियर डीसीएम-टू
Created On :   25 Jan 2025 7:33 PM IST