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Jabalpur News: गाेंदवाली कोल लोडिंग साइडिंग में वर्षों से काम कर रहे महाकाल ट्रांसपोर्ट का लेखा-जोखा खँगाल रही विजिलेंस
- लोडिंग कंपनी पर पहले भी रेलवे कर चुका है कार्रवाई
- गोंदवाली से महदेइया तक विजिलेंस ने फिर की रेकी
- लोडिंग साइडिंग में पिछले लंबे समय से एक ही लोडिंग कंपनी महाकाल ट्रांसपोर्ट का काम चल रहा है।
Jabalpur News: पश्चिम मध्य रेल जबलपुर मंडल के अंतर्गत आने वाले बरगवाँ स्टेशन के समीप गोंदवाली कोल लोडिंग साइडिंग पर हजारों टन कोयले का अवैध स्टॉक मिलने के बाद रेल विजिलेंस ने मंगलवार को भी बरगवाँ से गोंदवाली और महदेइया तक रेकी की है। इन कोयला साइडिंग पर वर्षों से जमे ट्रांसपोर्टर्स की कुंडली भी तैयार की जा रही है। टीम ने महदेइया रेलवे साइडिंग में भी भारी स्टॉक में जमा होने और उसकी अनुमति संबंधी जाँच शुरू कर दी है।
इसके अलावा गोंदवाली साइडिंग में लंबे समय से काम कर रहे महाकाल ट्रांसपोर्ट का लेखा-जोखा भी खँगाला जा रहा है। इस क्षेत्र में वर्षों से महाकाल ट्रांसपोर्ट ही एक कंपनी लोडिंग का काम कर रही है। खास बात तो यह है कि इस कंपनी के विरुद्ध रेलवे पहले भी अनियमितता को लेकर कार्रवाई कर चुकी है। एक बार फिर वारफेज व अन्य कई मामलों को लेकर यह कंपनी निशाने पर है।
विजिलेंस की इस कार्रवाई के बाद यह भी स्पष्ट हो गया है कि अनियमितता कर रेलवे अधिकारियों की मिलीभगत से रेलवे को करोड़ों रुपए की चपत लगाकर कंपनी विशेष को लाभ पहुँचाया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर एक अन्य लोडिंग कंपनी डीएस ट्रांसपोर्ट द्वारा मामले से किनारा कर लिया गया है, उनके द्वारा यह कहा जा रहा है कि इस साइडिंग में उनका कोई काम नहीं है। इसके बाद अब एक ही कंपनी महाकाल ट्रांसपोर्ट पर निशाना पुख्ता हो गया है।
लंबे अर्से से चल रहा है महाकाल कंपनी का काम
इस लोडिंग साइडिंग में पिछले लंबे समय से एक ही लोडिंग कंपनी महाकाल ट्रांसपोर्ट का काम चल रहा है। इस कंपनी के कर्मचारियों के इशारे पर यहाँ स्टॉक से लेकर लोडिंग तक का काम होता है। चर्चा तो यह है कि इस साइडिंग में हर वक्त इस कंपनी के कर्मचारी तैनात रहते हैं जो किसी भी खदान के कोयले में भस्सी मिक्सिंग के जरिए स्टॉक में हेराफेरी करने तक की कारगुजारी की जा रही है। जानकारों का तो यहाँ तक कहना है कि पूरे मामले की जाँच सही ढंग से होगी तो कोयले के इस काले खेल में कई अन्य ट्रांसपोर्टर भी लिप्त मिलेंगे।
कोयले की हेराफेरी से बढ़ा स्टॉक
सूत्र बताते हैं कि इस कार्रवाई के बाद रेल विजिलेंस ने इस बात को भी संज्ञान में लिया है कि गोंदवाली साइडिंग में विगत दिवस पाए गए कोल के स्टॉक और खदान से आने वाले काेयले को सीधे मंडी में पहुँचाने का खेल चल रहा था। इस दौरान न तो समय पर इंडेंट लगाया जाता अथवा रैक नहीं मिलने जैसे कई कारण गिनाए जाते हैं, ताकि इस तरह अवैध रूप से स्टॉक को रखकर लोडिंग कंपनी को लाभ पहुँचाया जा सके।
Created On :   28 Nov 2024 6:07 PM IST