Jabalpur News: एनएचएआई और एमपीआरडीसी के बीच उलझी सड़क का समाधान

एनएचएआई और एमपीआरडीसी के बीच उलझी सड़क का समाधान
  • जबलपुर-दमोह सड़क के अब जल्द दिन बदलेंगे
  • 25 करोड़ से इसमें सुधार के लिए टेण्डर जारी किया गया
  • अधिकृत रूप से नवंबर में हो जाएगी हस्तांतरित

Jabalpur News: जबलपुर से दमोह जाना अभी आसान नहीं है। यह मार्ग बेहद बदतर हालत में है और कई जगह तो इसमें बस्ती वाले हिस्से में बेतहाशा गड्ढे हैं जो निकलने वालों की अच्छी खासी परीक्षा लेते हैं। इस सड़क की बदतर दशा में अब लेकिन जल्द सुधार की संभावना है। नेशनल हाईवे अथाॅरिटी ऑफ इण्डिया और मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट काॅर्पोरेशन के बीच उलझी सड़क में अब इसका पटाक्षेप हो चुका है कि इसमें सुधार कौन करेगा।

एनएचएआई को यह मार्ग नवंबर माह में अधिकृत रूप से हस्तांतरित हो जाएगा, उससे पहले इसमें सुधार के लिए टेण्डर जारी कर दिया गया है। 25 करोड़ की राशि से पहले इसमें पूरे 100 किलोमीटर के एरिया में मरम्मत की जाएगी और उसके बाद अपग्रेडेशन पर वर्क होगा। एनएचएआई के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अमृत लाल साहू के अनुसार इसमें सुधार के लिए टेण्डर निकाला गया है। टेण्डर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद इसको तुरंत बेहतर बना दिया जाएगा। इसकाे चौड़ा बनाने के लिए डीपीआर पर वर्क साथ में ही किया जा रहा है।

दो साल तक उलझी रही सड़क

जबलपुर-दमोह सड़क को दो साल पहले हाईवे घोषित कर दिया गया। यह सड़क एमपीआरडीसी और एनएचएआई के बीच उलझी रही। पहले इसमें सुधार के लिए 150 करोड़ की डिमाण्ड रखी गई, जब माँग राज्य सरकार ने पूरी नहीं की तो इसमें सुधार का मामला उलझ गया। लगातार जनता इसकी बदतर हालत को लेकर शिकायत करती रही। जब पिछले दिनों इसको लेकर भोपाल में एक बैठक हुई जिसमें एनएचएआई ने इसको पूरी तरह से अपने अधीन लेने में सहमति जताई और इसकी मरम्मत का टेण्डर जारी कर दिया।

80 फीट चौड़ा बनाने का प्लान

यह सड़क अभी 10 मीटर चौड़ी है जिसमें पेवर शोल्डर हैं और टाउन वाले हिस्से में यह दमोहनाका चौराहे से माढ़ोताल की सीमा तक फोरलेन है। इस मार्ग को लेकर अब आगे संभावना यही है कि इसको 80 फीट चौड़ा बनाया जाएगा।

इसमें ट्रैफिक वाॅल्यूम के अनुसार ही इसकी चौड़ाई को निर्धारित किया जाएगा। अपग्रेडेशन में पूरी फोरलेन बनने से इस मार्ग पर यातायात आसान होगा, साथ ही यह दमोह के अलावा सागर, झांसी, छतरपुर, ओरछा जाने के लिए भी लोगों को सहजता प्रदान करेगी।

अभी जबलपुर से दमोह तक पूरे 100 किलोमीटर के मार्ग पर कहीं भी चलना आसान नहीं है। इसके बनने से कई शहरों में आना-जाना सहज हो सकता है।

Created On :   15 Oct 2024 12:35 PM GMT

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