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Jabalpur News: दिव्यांगों को बताया आत्मनिर्भरता का सूत्र
- रोजगार मेले में निजी क्षेत्र के ग्यारह नियोक्ताओं द्वारा 20 से अधिक दिव्यांगजनों को ऑफर लैटर दिए गए।
- भारत सरकार के भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा भी अपना स्टॉल लगाया गया है।
Jabalpur News: भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय द्वारा जिला प्रशासन के सहयोग से एमएलबी स्कूल के खेल प्रांगण में आयोजित किया जा रहा दिव्य कला मेला दिव्यांगजनों को संचार के क्षेत्र में भी आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा है।
यह मेला मूक बधिर दिव्यांगों और आमजनों के बीच संवाद की कड़ी को मजबूत कर उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है। दिव्य कला मेले में दिव्यांगजनों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के प्रदर्शन के लिए लगाए गए स्टाॅल के साथ ही भारत सरकार के भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र द्वारा भी अपना स्टॉल लगाया गया है।
इस स्टॉल में साइन भाषा के लिए केंद्र द्वारा स्थापित किए गए भिन्न-भिन्न आयामों की जानकारी दिव्यांगजनों को प्रदान की जा रही है। आईएसएलआरटीसी की मास्टर ट्रेनर खुशबू सोनी एवं इंस्ट्रक्टर शुभम पोचट ने बताया कि भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र एवं राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद एनसीईआरटी द्वारा संयुक्त रूप से कक्षा पहली से लेकर छठवीं तक की पाठ्यपुस्तकों को भारतीय सांकेतिक भाषा की ई-सामग्री के रूप में विकसित किया गया है।
रोजगार मेले का भी हुआ आयोजन-
राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास संस्थान द्वारा दिव्यांगजनों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने रोजगार मेले का आयोजन भी किया गया था। रोजगार मेले में निजी क्षेत्र के ग्यारह नियोक्ताओं द्वारा 20 से अधिक दिव्यांगजनों को ऑफर लैटर दिए गए।
कवि सम्मेलन ने बाँधा समाँ-
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सुरमई शाम में आयोजित कवि सम्मेलन में लॉफ्टर इंडिया फेम अभय शर्मा की प्रस्तुति ने सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। दिव्य कला मेले में छिंदवाड़ा के राजेश फहार, भोपाल के प्रियेश गुप्ता, अशोक नगर के संतलाल पाठक, सागर के नीतेश जैन, छतरपुर के हरिराम पटेरिया, अजमेर के संदीप त्रिवेदी तथा जबलपुर के वेद प्रकाश नारंग एवं वर्षा सरावगी जैसे देश के नामचीन कवियों ने अपनी कविताएँ प्रस्तुत कीं।
Created On :   26 Oct 2024 3:23 PM IST