Jabalpur News.: Jabalpur News । नेपाल से गए शहर के 6 तीर्थयात्री बाढ़ में फँसे, फोन कर प्रशासन को बताई व्यथा

भारतीय दूतावास से सम्पर्क कर सभी की सुरक्षित वापसी की कवायद की जा रही

Jabalpur News । शहर से दर्शनों के िलए नेपाल गए बिलहरी निवासी वेटरनरी डॉक्टर और उनके परिवार के 5 सदस्य काठमांडू के समीप काबरे नामक स्थान पर फँस गए हैं। भीषण बाढ़ के कारण काबरे में जगह-जगह लैंड स्लाइड हुई है, जिसके चलते लगभग सभी रास्ते जाम हो गए हैं। ऐसे में वीडियो जारी कर डिंडौरी के एक परिवार ने इस घटना की सूचना दी, तब जाकर प्रशासन हरकत में आया और राहत तथा बचाव का कार्य शुरू किया गया। सबसे पहले सभी की जानकारी जुटाई गई और जब यह पता चला कि वे सुरक्षित हैं तो चैन की साँस ली गई। इस बीच भारतीय दूतावास से सम्पर्क कर सभी की सुरक्षित वापसी की कवायद की जा रही है। कलेक्टर ने हेल्पलाइन नम्बर जारी करते हुए कहा िक प्रशासन मुस्तैद है और सभी की घर वापसी शीघ्र होगी।

वेटरनरी के डीन डॉ. आरके शर्मा ने बताया कि सहायक प्राध्यापक एनाटॉमी डॉ. राकेश बरहैया अपने परिवार के साथ 20 या 21 सितम्बर को इस्कॉन जनकपुरी के गुरुजी के दर्शन के िलए नेपाल रवाना हुए थे। इसके बाद सोमवार को उनका वॉइस मैसेज प्राप्त हुआ जिसमें उन्होंने बताया कि वे काठमांडू के पास काबरे नामक जगह में फँसे हुए हैं और भीषण बाढ़ में दोनों तरफ की सड़क और पुलिया बह गई है, न तो स्थानीय प्रशासन कोई मदद कर रहा और न ही भारतीय एम्बेसी से मदद मिल रही है, खाने-पीने की भी दिक्कत हो गई है। इसके बाद डीन डॉ. शर्मा ने पुलिस अधीक्षक से सम्पर्क करने का प्रयास िकया लेकिन वे बाहर हैं, जिससे सम्पर्क नहीं हो पाया। ऐसे में उन्होंने सीधे सीएम हाउस से सम्पर्क किया और पूरी जानकारी वाॅट्सएप पर दे दी। सीएम हाउस से भारतीय दूतावास को सूचना दी गई जिसके बाद सभी को हेलीकाॅप्टर के जरिए काठमांडू के सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।

ये लोग फँसे थे -

जबलपुर से नेपाल गए डॉ. राकेश बरहैया, सोनिया बरहैया, लवकुश, वानी, किरन और गोपेन्द्र बरहैया अब पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसी प्रकार रीवा के 4 और डिंडौरी के 7 लोगों को मारवाड़ी धर्मशाला में रुकवाया गया है, इनमें से कुछ लोग पशुपतिनाथ जी के दर्शन के लिए भी गए थे। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जानकारी मिलने के बाद अपर कलेक्टर मिशा िसंह और संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह को इस कार्य में लगाया और सभी को पल-पल की जानकारी मुहैया कराई। इसके साथ ही हेल्पलाइन नम्बर 0761-2623925 तथा संयुक्त कलेक्टर अनुराग सिंह का मोबाइल नम्बर 9713813496 जारी किया। यह भी अपील की गई कि यदि किसी और का परिवार या परिचित वहाँ फँसा हो तो सम्पर्क किया जा सकता है।

अफवाहों का भी दौर चला-

मंगलवार दोपहर यह जानकारी पूरे शहर में फैली कि एक परिवार काठमांडू में फँसा है। उसके बाद तो तमाम तरह की अफवाहें भी फैलने लगीं। लैंड स्लाइड में घायल होने से लेकर उनका सामान तक बाढ़ में बह जाना बताया गया। हालाँकि बाद में जिला प्रशासन ने सभी अफवाहों की हवा निकाल दी और सभी को पूरी तरह सुरक्षित बताया।

आसपास के रहने वाले भी चिंतित-

बिलहरी आकर्श पैराडाइज फ्लैट नम्बर बी-202 निवासी डॉ. बरहैया के आसपास रहने वालों को किसी प्रकार की जानकारी नहीं थी। सभी को इतना जरूर पता है िक परिवार अक्सर सत्संग आदि के लिए बाहर जाता है और सप्ताह या 10 दिन में वापस आ जाता है। समीप रहने वाली सुनीता मनचंदा ने बताया िक जब वे ट्रेन में थे तब उनसे बात हुई थी और उसके बाद उनसे कोई सम्पर्क नहीं हुआ। इतने िदन बीत जाने से एक भय जरूर सता रहा था लेकिन वे सुरक्षित हैं यह जानकर अच्छा लगा। उनके पड़ोसी वीरेन्द्र शर्मा ने बताया कि 20 या 21 को वे यहाँ से गए थे। उनकी जल्द वापसी होगी।पी-2

उनकी सुरक्षित वापसी की तैयारी -

मामला जब संज्ञान में आया तो प्राथमिक तौर पर बहुत कम जानकारी थी, लेकिन धीरे-धीरे सब पता चला और संयुक्त प्रयास के तहत प्रदेश और शहर के सभी लाेगों को सुरक्षित स्थान पर पहुँचा दिया गया है। जल्द ही उनकी सुरक्षित घर वापसी भी हो जाएगी। हमारी टीम इस कार्य में मुस्तैदी से जुटी है। संभवत: बुधवार को वे नेपाल से भारत के लिए रवाना होंगे।

-दीपक सक्सेना, कलेक्टर

Created On :   1 Oct 2024 11:57 PM IST

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