जबलपुर: माह में एक बार होगा विभागों का निरीक्षण, ऐसा करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय

माह में एक बार होगा विभागों का निरीक्षण, ऐसा करने वाला प्रदेश का पहला विश्वविद्यालय
  • स्वच्छता सर्वेक्षण कराएगा रादुविवि
  • इस नई पहल की शुरुआत करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण दल का गठन भी कर दिया है।
  • सर्वाधिक ए ग्रेड लाने वाले विभाग को राष्ट्रीय पर्व या किसी विश्वविद्यालयीन आयोजन पर पुरस्कृत किया जाएगा।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों में स्वच्छता की अलख जगाने हेतु देश, प्रदेश एवं नगर में स्वच्छता के प्रति लोगों में जागरूकता का संचार करने की शृंखला में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय अपने ही कैंपस में स्वच्छता सर्वेक्षण कराएगा।

बताया जा रहा है कि पहली बार संस्था स्तर पर स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान प्रारंभ हो रहा है और ऐसा करने वाला रादुविवि प्रदेश का प्रथम विश्वविद्यालय बन गया है। कुलगुरु प्रो. राजेश कुमार वर्मा ने इस नई पहल की शुरुआत करते हुए स्वच्छता सर्वेक्षण दल का गठन भी कर दिया है।

सर्वे दल में सहायक कुलसचिव श्रीमती सुनीता देवड़ी (संयोजक), सुश्री मिनाल गुप्ता एवं पंचम सनोडिया आदि शामिल हैं। जानकारी के अनुसार यह दल विश्वविद्यालय के सभी शैक्षणिक विभागों, प्रशासनिक भवन तथा पुरुष और महिला छात्रावासों का माह में एक बार औचक रूप से निरीक्षण करेगा।

मिलेगा ए, बी, सी और डी ग्रेड

सर्वे करने वाली टीम 6 मापदण्डों के आधार पर अंक प्रदान करेगी। अंकों के आधार पर क्रमश: ए, बी, सी व डी ग्रेड प्रदान किया जाएगा। इसके पश्चात माह के अंत में प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। वहीं सर्वाधिक ए ग्रेड लाने वाले विभाग को राष्ट्रीय पर्व या किसी विश्वविद्यालयीन आयोजन पर पुरस्कृत किया जाएगा।

इसी के साथ छात्रावास में रह रहे छात्रों में जिस छात्र का कक्ष सबसे व्यवस्थित, सुसज्जित व स्वच्छ होगा उसे भी पुरस्कृत किया जाएगा।

सीयूईटी: 10 केंद्रों पर बैठे 6 हजार छात्र-छात्राएँ

देश की नामी यूनिवर्सिटीज में प्रवेश की मंशा के साथ गुरुवार को भी शहर में छात्र-छात्राओं ने कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (सीयूईटी) दिया। शहर में इसके लिए 10 केंद्र बनाए गए, जहाँ करीब 6 हजार छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी।

छात्रों द्वारा चुने गए विषयों के आधार पर अलग-अलग पालियों में उक्त परीक्षा आयोजित की जा रही है जो कि 18 मई तक चलेंगी। परीक्षाएँ नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के माध्यम से आयोजित कराई जा रही हैं।

सीयूईटी में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय सहित प्रदेश की कुछ यूनिवर्सिटीज इसमें शामिल हैं। परीक्षा के दौरान एक केंद्र में हिंदी माध्यम के छात्रों को अंग्रेजी माध्यम का पर्चा देने की चर्चा भी रही, हालाँकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी।

Created On :   17 May 2024 7:35 PM IST

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