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जबलपुर: मुंबई की डेली फ्लाइट बंद होने से बर्बाद हो रहा आईटी का भविष्य
- उड़ानें बंद होने से आईटी कंपनियों का पलायन शुरू
- आईटी सेक्टर के उद्यमियों ने कहा- दूसरे शहर में शिफ्ट होंगे
- आधा दर्जन ने बदला ठिकाना, बेंगलुरु, पुणे, कोलकाता सहित अन्य शहरों की एयर कनेक्टिविटी टूटने से आईटी सेक्टर पर बुरा असर
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। जबलपुर से मुंबई की नियमित फ्लाइट बंद होने व अन्य शहरों की सीधी फ्लाइट न होने से आईटी सेक्टर बर्बाद होने की कगार पर पहँुच गया है। फ्लाइट की कमी होने से हालात इतने बुरे बन रहे हैं कि आईटी (इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी) बेस्ड कम्पनियों का जबलपुर से पलायन शुरू हो गया है।
मुंबई फ्लाइट बंद होने के बाद से जबलपुर आईटी पार्क से अब तक आधा दर्जन आईटी कम्पनियाें ने अपना ठिकाना बदल दिया है। इनमें एक अमरीका की कम्पनी भी शामिल है। इन कंपनियों ने जबलपुर से नाता तोड़कर अब भोपाल-इंदौर में अपने दफ्तर शिफ्ट कर लिए हैं।
अगर एयर कनेक्टिविटी इसी तरह टूटती रही तो जबलपुर का आईटी सेक्टर पूरी तरह से उजड़ जाएगा।
मुंबई की नियमित फ्लाइट बंद होने और बेंगलुरु व पुणे शहर की सीधी कनेक्टिविटी न होने से करीब 250 करोड़ की लागत से बनाए गए आईटी पार्क की रौनक खत्म हो रही है। लगभग 68 एकड़ में दो फेज में बनाए गए आईटी पार्क में हजारों युवाओं को रोजगार दिए जाने का दावा किया गया था लेकिन अब जब रोजगार देने के लिए कंपनियों के यहाँ आने का समय आया तो मुंबई फ्लाइट को बंद कर दिया गया।
जिससे यहाँ पहले से स्थापित कंपनियों ने अपना बोरिया-बिस्तर समेटना शुरू कर दिया है। जबकि जबलपुर का आईटी पार्क भोपाल और ग्वालियर के मुकाबले में बहुत अच्छी स्थिति में था लेकिन अब फ्लाइट बंद होने से जबलपुर इन दोनों शहरों से पिछड़ गया है।
सफर में कर रहे "सफर' आईटी
एक्सपर्ट कहते हैं कि आईटी सेक्टर में काम करते हुए कभी भी देश की किसी भी मेट्रो सिटी जाना पड़ सकता है। जबलपुर की आईटी कंपनियों का नेटवर्क विदेशों तक में फैला हुआ है, ऐसे में मीटिंग्स के लिये समय पर पहुँचने के लिये फ्लाइट से अच्छा विकल्प नहीं है।
ट्रेन से सफर करना बहुत तनाव बढ़ाने वाला है, इससे अच्छा तो यही है कि कारोबार को ही शिफ्ट कर लिया जाए। आईटी कम्पनी के सीईओ कहते हैं कि ये समस्या यदि कुछ दिन की होती तो इंतजार किया जा सकता है पर जब एक के बाद एक फ्लाइट बंद हुईं तो मैनेज करना मुश्किल हो रहा है।
उन्होंने कहा कि जब दूसरे शहर हवाई कनेक्टिविटी पर जोर दे रहे हैं, तब जबलपुर अपनी उड़ानों को ही नहीं बचा पा रहा है तो उद्योग कैसे आगे बढ़ेंगे और यहाँ कोई कम्पनी क्यों निवेश करेगी। मुंबई उड़ान बंद होने से कारोबार जगत असहाय हो गया है।
मँडरा रहा बेरोजगारी का खतरा
आईटी क्षेत्र में काम करने वाले जबलपुर व आसपास के जिलों के हजारों युवा अपना रोजगार छिनने के डर से परेशान हैं, क्योंकि कम्पनियों के उच्च प्रबंधन की ओर से जबलपुर छोड़ने के संकेत दे दिए गए हैं।
मध्यप्रदेश में इंदौर के बाद जबलपुर के आईटी पार्क की बेहतर स्थिति अब लगातार नीचे आ रही है, जिसका कारण है जबलपुर के आसमान से विमानों का गायब होना। जबलपुर को छोड़कर कम्पनियों ने भोपाल और इंदौर का रुख कर लिया है।
कनेक्टिविटी कम होने से बिजनेस पर असर
मुंबई फ्लाइट कनेक्टिविटी न होने की वजह से कई बार इन्वेस्टर्स एवं कस्टमर्स से जरूरी मीटिंग मिस हो जाती थी। बेंगलुरु, चेन्नई में स्टार्टअप ईवेंट में जाना भी बहुत मुश्किल हो जाता था। ट्रेन और बस से आने-जाने में समय अधिक लगता है। इसी वजह से मुझे अपनी कंपनी का दफ्तर इंदौर शिफ्ट करना पड़ा।
- अवधेश सोलंकी, डायरेक्टर, रिकुटी टेक प्राइवेट लिमिटेड
प्रदेश सरकार जबलपुर को आईटी मैप पर लाने की पूरी कोशिश कर रही है। यह तभी संभव होगा जब मुंबई की डेली फ्लाइट के साथ बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे जैसे प्रमुख शहरों के लिए सीधी उड़ानें हों। आईटी में काम करने वाले लोगों के लिए जिनके पास या तो क्लाइंट्स आते हैं। पर्याप्त उड़ानों की कमी हमारे व्यापार में रुकावट डालती है।
- सुप्रीत तारे, सीईओ, टारिटास प्राइवेट लिमिटेड
क्लाइंट और साझेदार अक्सर हमारी सेवाओं का उपयोग करने के लिए देश-विदेश से आते हैं। हवाई सेवा नहीं होने से यात्रा में देरी हो रही है। 8 से 19 घंटे की जगह 24 घंटे लग रहे हैं। मुंबई फ्लाइट्स नहीं होने और असुविधाजनक समय सारिणी के कारण अब लोग जबलपुर आने से कतरा रहे हैं। हमारे क्लाइंट्स के साथ बैठकों में देरी हो रही है, बल्कि व्यापार के महत्वपूर्ण निर्णय भी प्रभावित हो रहे हैं।
- ज्ञानेन्द्र सिंह, सीईओ, कॉग्निक सिस्टम्स
आईटी कंपनियों के लिए टाइम बहुत महत्वपूर्ण है। फ्लाइट बंद होने से अब आईटी कंपनियाँ दूसरे शहरों के लिए जाने लगी हैं जहाँ पर बुनियादी सुविधाएँ हैं। आईटी कंपनियों के लिए मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद के लिए एयर कनेक्टिविटी जरूरी है। जब तक फ्लाइट नहीं होगी तो बड़ी आईटी कंपनियाँ यहाँ कैसे आएँगी।
- चंद्रेश वीरा, अध्यक्ष आईटी पार्क एसोसिएशन
जहाँ पर आईटी कंपनियाँ हैं उस शहर की दूसरी जगहों की कनेक्टिविटी के लिए फ्लाइट होना बहुत जरूरी है। फ्लाइट नहीं होने से आईटी कंपनियों के बहुत से काम प्रभावित होते हैं। आईटी कंपनियों में काम करने वाले अधिकतर युवा फ्लाइट से ही सफर करते हैं, फ्लाइट बंद होने से जबलपुर में भी इसका असर हो सकता है।
- अजय मलिक, आईटी पार्क प्रोजेक्ट मैनेजर,
Created On :   22 May 2024 2:52 PM IST