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jabapur News: फर्जी जाति प्रमाण पत्रों से नौकरी पाने वालों के खिलाफ एफआईआर
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Jabalpur News । फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाने के मामले में रांझी थाने में लोक सेवा केन्द्र रांझी के संचालक अंकित अग्रवाल और कम्प्यूटर ऑपरेटर अर्चना दाहिया व फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस फर्जीवाड़े का खुलासा रांझी एसडीएम के पास पहुंची शिकायत की जांच करने पर हुआ था। जानकारी के अनुसार फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर नौकरी पाने की शिकायत की जांच करने पर ज्ञात हुआ कि मुकेश बर्मन ने फाॅर्म में भरा कि वह रांझी में रहता है लेकिन उसके द्वारा जो समग्र आईडी नम्बर दर्ज किया गया था असल में वह सुहागपुर शहडोल निवासी सोमवती बर्मन के नाम का था। वहीं अंकसूची भोपाल की थी। जबलपुर में रहने का कोई भी दस्तावेज उसकी फाइल में नहीं मिला। वहीं दिलीप कुमार बर्मन ने फाॅर्म में खुद को जय प्रकाश नगर निवासी बताया। उसके द्वारा दी गई समग्र आईडी दिलीप नाम के किसी दूसरे व्यक्ति की थी। वह महर्षि सुदर्शन वार्ड का निवासी है। इसी तरह सूरज सिंह ने फाॅर्म में खुद को खमरिया का रहने वाला बताया था, उसने जो समग्र आईडी नम्बर दिया था वह उसके नाम राशि किसी सूरज सिंह की थी जिसकी मृत्यु हाे चुकी है। वहीं उसने जो अंकसूची जमा की थी वह भिंड की है।
लोक सेवा केंद्र से बने फर्जी प्रमाण पत्र
जांच में पता चला कि सभी जाति प्रमाण पत्र लोक सेवा केन्द्र रांझी के संचालक अंकित अग्रवाल ने अपलोड किए थे। वहीं ऑपरेटर अर्चना दाहिया ने एसडीएम के डिजिटल साइन का उपयोग कर फर्जी जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिए। इतना ही नहीं अर्चना ने मूल दस्तावेजों को भी खुर्द-बुर्द कर दिया।
Created On :   19 Feb 2025 10:37 PM IST