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जबलपुर: इंदौर में अग्नि सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई, जबलपुर में हो रहा दिखावा
- बड़े हादसों के बाद भी अधिकारी गंभीर नहीं, एक महीने में भी नहीं हो पाई जाँच
- पिछले महीने इंदौर और भोपाल में हुए अग्नि हादसों के बाद एक बार फिर जाँच शुरू की गई है।
- दमोहनाका के समीप 1 अगस्त 2022 को एक निजी अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत के बाद अस्पतालों की जाँच की गई थी।
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। इंदौर में अग्नि सुरक्षा को लेकर बड़ी कार्रवाई चल रही है। इंदौर जिला प्रशासन और नगर निगम ने 10 हजार से अधिक व्यावसायिक भवनों के संचालकों को नोटिस देकर अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कहा है, वहीं जबलपुर में पिछले एक महीने से जाँच चल रही है, लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है।
गर्मी के मौसम की शुरुआत होते ही अग्नि हादसों की संख्या बढ़ जाती है। पिछले महीने इंदौर, भोपाल और ग्वालियर में हुए अग्नि हादसों के बाद राज्य शासन ने व्यावसायिक भवन, मॉल, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, कोचिंग संस्थान और गोदामों में अग्नि सुरक्षा की जाँच करने का निर्देश दिया है।
हैरान करने वाली बात यह है कि इंदौर में एक माह के भीतर व्यावसायिक भवनों की जाँच की गई। इसके बाद 10 हजार से अधिक व्यावसायिक भवन संचालकों को अग्नि सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नोटिस दिया गया है।
जाँच के नाम पर चल रही महज खानापूर्ति
निगमायुक्त प्रीति यादव ने एक माह पूर्व फायर ब्रिगेड, भवन और बाजार विभाग को संयुक्त रूप से व्यावसायिक भवनों, मॉल, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान और गोदामों की जाँच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है।
एक महीना बीत जाने के बाद भी जाँच का काम पूरा नहीं हो पाया है। जानकारों का कहना है कि नगर निगम की टीम जाँच के नाम पर खानापूर्ति कर रही है। इसके कारण जाँच की प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है।
रहवासी क्षेत्रों में चल रहे कबाड़खाने और गोदाम
जबलपुर के खजरी-खिरिया बायपास, अमखेरा, महाराजपुर, रद्दी चौकी, मनमोहन नगर, मदन-महल, आमनपुर, बहोराबाग, ट्रांसपोर्ट नगर चंडालभाटा, बल्देवबाग, मुकादमगंज, गुरंदी, गलगला और आनंद नगर क्षेत्र में बड़ी संख्या में कबाड़खाने और ज्वलनशील सामग्री के गोदाम चल रहे हैं।
25 अप्रैल को खजरी-खिरिया बायपास पर एक कबाड़खाने में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई है। इन क्षेत्रों में लगातार अग्नि हादसे हो रहे हैं। क्षेत्रीय नागरिक कई बार जिला प्रशासन और नगर निगम से कबाड़खानों और गोदामों को रहवासी क्षेत्रों से बाहर करने की माँग कर चुके हैं। इसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
बड़े हादसों के बाद जागता है प्रशासन
दमोहनाका के समीप 1 अगस्त 2022 को एक निजी अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत के बाद अस्पतालों की जाँच की गई थी। इस दौरान कई बड़े अग्नि हादसे हो चुके हैं।
पिछले महीने इंदौर और भोपाल में हुए अग्नि हादसों के बाद एक बार फिर जाँच शुरू की गई है। जानकारों का कहना है कि कुछ दिन जाँच का दिखावा करने के बाद जिला प्रशासन और नगर निगम सब कुछ भूल जाएगा।
शहर के व्यावसायिक भवन, मॉल, अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों और गोदामों में अग्नि सुरक्षा की जाँच चल रही है। जिन भवनों में अग्नि सुरक्षा की कमियाँ पाई जा रही हैं, उन्हें नोटिस दिए जा रहे हैं।
प्रीति यादव, निगमायुक्त, जबलपुर
Created On :   27 April 2024 3:02 PM IST