आग की घटनाओं के बाद भी नहीं चेत रहा प्रशासन, कई बिल्डिंगों में कोचिंग क्लास

आग की घटनाओं के बाद भी नहीं चेत रहा प्रशासन, कई बिल्डिंगों में कोचिंग क्लास
अनिवार्य है फायर एनओसी

डिजिटल डेस्क,जबलपुर।

दिल्ली में एक कोचिंग क्लास में आग लगने की घटना ने एक बार फिर अग्नि दुर्घटना के दौरान रेस्क्यू को लेकर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। यहाँ पर आग लगने के बाद छात्रों को खिड़की से रस्सी के जरिए उतारा गया। कुछ इसी तरह के हालात जबलपुर शहर में बने हुए हैं। लोगों का कहना है कि जबलपुर शहर में भी लगभग दो दर्जन से अधिक बड़ी बिल्डिंगों में कोचिंग क्लासेस चल रही हैं। यहाँ पर अग्नि दुर्घटना होने पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं। घटना से सबक लेकर समय रहते इनकी जाँच होनी चाहिए।

अनिवार्य है फायर एनओसी

सहायक फायर अधीक्षक राजेन्द्र पटेल का कहना है कि शहर में हाईराइज बिल्डिंगों की आग बुझाने के लिए टर्न टेबल लैडरर मौजूद है। इसके साथ ही शहर के सभी अस्पतालों, होटलों और बड़ी बिल्डिंगों के मालिकों को फायर एनओसी लेने के लिए कहा गया है।

शहर में हो चुके हैं हादसे

उल्लेखनीय है कि 1 अगस्त 2022 को दमोहनाका के समीप स्थित एक निजी अस्पताल में आग लगने से 8 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद राज्य शासन ने सभी बड़ी बिल्डिंगों के लिए फायर एनओसी अनिवार्य कर दी है। इसके बाद भी शहर में कई ऐसी बिल्डिंगें हैं, जहाँ पर अभी भी अग्नि दुर्घटना से बचाव के लिए इंतजाम नहीं किए गए हैं। नागरिकों का कहना है कि विशेषकर ज्यादा संख्या वाले कार्यालयों और शिक्षण संस्थानों, कोचिंग क्लासेज आदि में अग्नि हादसों से सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध होने चाहिए, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।

Created On :   16 Jun 2023 8:06 AM GMT

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