जबलपुर: 51 नियमित कर्मचारियों के भरोसे हैं 65 हजार बिजली उपभोक्ता, आउटसोर्स का भी अमला लेकिन मुट्ठी भर

51 नियमित कर्मचारियों के भरोसे हैं 65 हजार बिजली उपभोक्ता, आउटसोर्स का भी अमला लेकिन मुट्ठी भर
  • कर्मचारियों पर है काम का दबाव, कर्मचारियों की अत्यधिक कमी
  • संभाग के अंतर्गत 65000 उपभोक्ता हैं। यहाँ 1045 ट्रांसफाॅर्मर हैं और 11 सब स्टेशन हैं। 41 फीडर है।
  • आउटसोर्स कर्मचारियों को वर्दी खरीदने के लिए ठेकेदार द्वारा पैसे दिलवाए जाएँ।

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी नियमित कर्मचारियों की कमी से जूझ रही है। इसी के चलते कर्मचारियों पर काम का दबाव है। जानकारी के अनुसार विजय नगर संभाग में कर्मचारियों की कमी होने की वजह से ठीक ढंग से राजस्व वसूली नहीं हो पा रही है।

संभाग के अंतर्गत 65000 उपभोक्ता हैं। यहाँ 1045 ट्रांसफाॅर्मर हैं और 11 सब स्टेशन हैं। 41 फीडर है। संभाग मे मात्र 51 नियमित कर्मचारी ही हैं। यहाँ पर परीक्षण सहायक 10 हैं। संविदा कर्मचारी 17 हैं, इनको करंट का कार्य करने का अधिकार है।

वहीं आउटसोर्स कर्मी 141 हैं, इनको भी करंट का कार्य करने का अधिकार नहीं है। बताया जाता है कि कर्मचारियों की कमी के चलते बिजली कंपनी के कई काम समय पर नहीं हो पाते हैं। बताया जाता है कि बिजली कंपनी में कर्मचारियों की कमी से होने वाले नुकसान को अधिकारी भी भली-भाँति जानते हैं। इसके बावजूद कंपनी में भर्ती नहीं की जा रही है।

परीक्षण सहायकों से कराया जा रहा 12 घंटे काम

कर्मचारी संघ के प्रांतीय सचिव हरेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि परीक्षण सहायकों से वही कार्य कराया जाए, जिसके लिए कंपनी द्वारा उनकी भर्ती की गई है।

कर्मचारियों की समस्याओं के लिए कार्यपालन यंत्री से चर्चा

मप्र विद्युत मंडल तकनीकी कर्मचारी संघ की गत दिवस विजय नगर शहर संभाग के कार्यपालन अभियंता इमरान खान के साथ परीक्षण सहायक, नियमित, संविदा एवं आउटसोर्स कर्मियों, मीटर रीडर आदि की समस्याओं पर चर्चा हुई।

अधिकारियों से माँग की है कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद मीटर रीडरों को ना निकाला जाए, बल्कि उनसे दूसरा काम कराया जाए। सभी कर्मचारियों के आई कार्ड बनवाए जाएँ एवं वर्दी खरीदने के लिए पैसे दिए जाएँ।

आउटसोर्स कर्मचारियों को वर्दी खरीदने के लिए ठेकेदार द्वारा पैसे दिलवाए जाएँ। अवकाश के दिन कार्य करने पर दोगुनी दर से पारिश्रमिक दिया जाए। आउटसोर्स कर्मियों को 1000 जोखिम भत्ता दिया जाए। 35 नग की सुरक्षा किट शीघ्र उपलब्ध कराई जाए।

Created On :   8 April 2024 9:28 AM GMT

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