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पश्चिमी हिस्से में 3 अंधे मोड़ बने जान के दुश्मन, इनकी वजह से हर दिन हादसे
डिजिटल डेस्क,जबलपुर।
शहर के पश्चिमी हिस्से में नो एंट्री के खुलने के बाद 3 तिराहों के अंधे मोड़ जानलेवा साबित हो रहे हैं। ओवर ब्रिज से नीचे गौतम मढ़िया तिराहे के एक हिस्से में अंधा मोड़ है। इसी तरह आगे पंडा की मढ़िया के एक हिस्से में खतरानक अंधा मोड़ है। इसके बाद तिलवारा के एक हिस्से में भी अंधा मोड़ है। जिसके चलते इन एरिया में निकलना खतरों से भरा है। पूरे शहर में लेफ्ट टर्न खोलने की मुहिम चली और इस पर ज्यादातर तिराहों और चौराहों पर कार्रवाई भी हुई, लेकिन पश्चिमी हिस्से के ये 3 तिराहे अब भी आम आदमी के लिए मुसीबत बने हुए हैं। हर दिन हजारों की आबादी खतरों के बीच इन्हीं अंधे मोड़ से किसी तरह जान बचाकर निकल रही है। लोगों का कहना है कि न नगर निगम ने इन अंधे मोड़ व जानलेवा तिराहों की ओर सालों से ध्यान दिया और न ही जन प्रतिनिधियों ने कभी गंभीरतापूर्वक समस्या के समाधान पर विचार किया। देर रात इन तिराहों से निकलने में जरा सावधानी न रखी तो सीधे मौत से सामना तक हो सकता है। लोगों का कहना है कि हर स्तर पर जिम्मेदारों की अनदेखी का नतीजा जनता भुगत रही है।
गौतम मढ़िया तिराहे का हाल ऐसा
गौतम मढ़िया के दो हिस्सों में अंधे मोड़ हैं।
यहाँ बायाँ हिस्सा खोलने पर सिर्फ विचार हुआ।
शाम के वक्त इनकी वजह से ट्रैफिक जाम होता है।
तिराहे पर अस्थाई कब्जे खतरे को बढ़ा देते हैं।
पण्डा की मढ़िया में अराजक दशा
पण्डा की मढ़िया में एक हिस्सा पूरी तरह ब्लॉक है।
इस तिराहे से गढ़ा थाने तक फ्लाईओवर बनाने पर विचार हुआ।
इसके बाद इस प्लान को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
तिराहे से निकलना कठिन है, सामने से आने वाले वाहन दिखते नहीं।
तिलवारा में बड़े वाहनों से बेहद खतरा
तिलवारा में मेडिकल की ओर से ब्रिज जाने वाले मोढ़ में वाहन नहीं दिखते।
यहाँ ट्रैफिक जाम नहीं लेकिन रात में अंधा मोड़ ज्यादा खतरनाक है।
एक हिस्से में अंधा मोड़ थोड़ी सी असावधानी बरती तो जान जोखिम में।
यहाँ पर लेफ्ट टर्न खोला जाए तो बड़ी राहत मिल सकती है जनता को।
Created On :   2 Jun 2023 5:09 PM IST